Dhanbad : भूजल का लगातार गिरता स्तर किसानों को मिलेट (मोटे अनाज की खेती) खेती के लिए हतोत्साहित कर रहा है. किसान परेशान हैं, जबकि आम लोग भी मोटे अनाज की बजाय जंक फूड की ओर आकर्षित हो रहे हैं. जरूरत है किसानों व आम जनता के बीच जागरुकता फैलाने की. 4 जुलाई मंगलवार को 36 झारखंड एनसीसी बटालियन ने इसी मामले को लेकर जागरुकता रैली निकाली. रैली गोल्फ ग्राउंड से निकली व लुबी सर्कुलर रोड, रणधीर वर्मा चौक होते हुए पुनः गोल्फ ग्राउंड पहुंची. रैली में 100 से अधिक एनसीसी कैडेट हाथ में तख्तियां लिये मोटे अनाज की खेती के लिए संदेश फैलाते चल रहे थे.
रैली में शामिल एनसीसी कैडेट ऋषिकेश कुमार ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के इस दौर में किसानों की समृद्धि के लिए कुछ उपाय ढूंडने होंगे. इस उद्देश्य से विशेष अभियान चलाया रहा है. संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2023 को मिलेट वर्ष घोषित किया है. भारत कृषि प्रधान देश है और बड़े पैमाने पर यहां लोग कृषि कार्य से जुड़े हुए हैं. परंतु लगातार गिरता भूजल स्तर किसानों के समक्ष परेशानी खड़ा कर रहा है. इसीलिए उन्हें मिलेट (मोटे अनाज) की खेती के लिए प्रेरित किया जा रहा है. आम लोगों को भी मिलेट का सेवन करना चाहिए. उन्होंने कहा कि लोग जंक फ़ूड की ओर ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. मिलेट स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद है. इन सभी बातों के लिए जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है.
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