पर्यूषण महापर्व के पांचवें दिन हुई उत्तम सत्य धर्म की पूजा
Dhanbad : धनबाद के धैया स्थित दिगंबर जैन मंदिर में शनिवार 23 सितंबर को पर्यूषण महापर्व के पांचवें दिन उत्तम सत्य धर्म की पूजा की गई. सर्वप्रथम ऋषभ देव भगवान का अभिषेक ,शांतिधारा और दशलक्षण की पूजा के बाद मुकेश जैन व रजत जैन ने शांति ढारस की. पुष्पदंत भगवान के निर्वाण दिवस पर समाज के लोगों ने धूमधाम से निर्वाण लड्डू चढ़ाया. मुख्य पुण्यार्जक पप्पन सपना जैन, संजय नीलम रति गोधा व अक्षत मनीष शाह थे.
ग्वालियर से आये पंडित मुन्ना लाल ने बताया कि सत्य स्वर्ग का द्वार और मोक्ष का आधार है. जो वस्तु जैसी है. उसे वैसा ही जानना, मानना और अनुभव करना ही सत्य धर्म है. सत्य को जाने बिना उसे कहा नहीं जा सकता. सत्य बोलने का फायदा यह होता है कि उसे याद रखने की जरूरत नहीं पड़ती है. सत्य ग्रहण करने से आत्मा को शुद्धता व पवित्रता प्राप्त होती है. सत्य से ही धर्म की प्राप्ति होती है. उन्होंने कहा कि सत्य को स्वीकारना और आत्म स्वरूप में धारण करना ही उत्तम सत्य धर्म है. आज के कार्यक्रम में प्रमोद जैन ,सुशील बाकलीवाल, विजय गोधा, विशाल जैन, विनीत जैन, मनीष झांझरी, नवीन गोधा, राखी जैन, साधना जैन, रिद्धि गोधा, उषा जैन आदि शामिल थे.
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