Putki : पुटकी (Putki) विनाशकारी विकास से मुक्ति अभियान के तहत ज्ञान विज्ञान समिति द्वारा राइज फॉर फ़्रीडम वन बिलियन राइजिंग के सहयोग से पुटकी में कार्यशाला आयोजित की गई. कोयलांचल में प्रदूषित दामोदर नदी के कारण पर्यावरण की दयनीय स्थिति पर चिंता व्यक्त की गई. ग्रामीण एकता मंच के अध्यक्ष रंजीत सिंह ने कहा कि जब से ओपन कास्ट प्रोजेक्ट के माध्यम से कोयला की निकासी शुरू हुई है, लोग टीबी, कैंसर, दमा आदि बीमारियों से ज्यादा ग्रसित हो रहे हैं. कल-कारखाना के रासायनिक अपशिष्ट दामोदर नदी में प्रवाहित होने से जल प्रदूषित हो रहा है. वृक्षों की कटाई से पर्यावरण संतुलन गड़बड़ा गया है. वायु दूषित हो गया है. इन तमाम चीजों से मुक्ति दिलाने के लिए हम सभी को गोलबंद हो कर लड़ाई लड़नी होगी.
अध्यक्षीय भाषण में बालेश्वर बाउरी ने कहा कि छोटे-छोटे समूह के जरिये दूषित पर्यावरण को रोकने के लिए समिति लोगों को जागरूक करेगी. जनता को ऐसा विकास नहीं चाहिए, जो उनके जीवन के लिए विनाशक हो. कार्यशाला का संचालन भोला नाथ राम ने किया. वक्ताओं में विशाल ठाकुर, सुरेश दास, मो रफीक अंसारी, सीतापति देवी,अनिल सिंह, गणेश मंडल, उर्मिला देवी, शंकर पासवान आदि ने अपने विचार व्यक्त किये.