सीबीआई को उपलब्ध कराए जा रहे दस्तावेज, किसी वैज्ञानिक पर आंतरिक कार्रवाई नहीं
Dhanbad : 1.39 अरब के ऑनरेरियम घोटाले में पहली बार सिंफर प्रशासन ने अपना पक्ष रखा. 6 जुलाई गुरुवार को संस्थान परिसर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में निदेशक प्रो एके मिश्रा ने बताया कि सीबीआई को मामले से जुड़े सभी दस्तावेज उपलब्ध कराए जा रहे हैं. विस्तृत जांच होने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी. उन्होंने बताया कि मामला सामने आने के बाद सीएसआईआर के देशभर की सभी 37 इकाइयों में ऑनरेरियम भुगतान रोक लगा दी गई है. भुगतान के लिए नई गाइडलाइन बनाई जा रही है.
उन्होंने बताया कि विगत डेढ़ वर्ष में 108 वैज्ञानिक, तकनीकी सहायक और अन्य कर्मचारी सेवानिवृत्त हो चुके हैं. नई भर्ती नहीं होने की वजह से काम प्रभावित हो रहा है. उन्होंने ऑनरेरियम घोटाले में शामिल कथित आरोपी रिसर्च क्वालिटी एसेसमेंट सेल के विभागाध्यक्ष डॉक्टर एके सिंह को पद से हटाने के निर्णय को आंतरिक मामला बताया. उन्होंने कहा कि ऑनरेरियम घोटाले में अब तक किसी वैज्ञानिक पर कोई विभागीय कार्यवाही नहीं हुई है, क्योंकि मामला जांच का है. फिलहाल सीबीआई जांच कर रही है. प्रेस वार्ता में मुख्य वैज्ञानिक प्रोजेक्ट एंड प्लैनिंग डॉ जेके पांडेय, वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ सिद्धार्थ सिंह, प्रशासनिक अधिकारी राहुल कुमार व प्रशासनिक नियंत्रक आलोक शर्मा मौजूद थे.