बच्ची की कमी से होनेवाले दुष्प्रभाव के बारे में समझाया
Dhanbad : समाज में बिगड़ते लिंगानुपात को संतुलन को लेकर 28 जुलाई शुक्रवार को धनबाद के एसएनएमएमसीएच में जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. अस्पताल में जन्मे शिशुओं के माता-पिता को बुलाया गया तथा जीएनएम ने नुक्कड़ नाटक के जरिये उन्हें समाज मे बिगड़ते लिंगानुपात तथा बच्ची की कमी से होनेवाले दुष्प्रभाव के बारे में समझाया. इस अवसर पर मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ यूके ओझा ने बताया कि यह जागरुकता कार्यक्रम है, जिसमें नुक्कड़ नाटक के जरिये समाज में बिगड़ते लिंगानुपात तथा उससे भविष्य में होने वाले नुकसान को दर्शाया गया है. उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के बाद डॉक्टरों के बीच परिचर्चा भी हुई. सभी ने समाज में बिगड़ते लिंगानुपात को कम करने के सवाल पर विचार विमर्श किया. उन्होंने कहा कि समय बदल चुका है. बाल विवाह की प्रथा खत्म हो गई है. लोगों में सोचने तथा समझने की शक्ति दृढ़ हो गई है. सामाजिक सुरक्षा, कानूनी अधिकार, शिक्षा और रोजगार भी प्राप्त है. ऐसे में सभी को अपना सोच बदलना चाहिए तथा समाज में बिगड़ते लिंगानुपात को संतुलित करने में मददगार बनना चाहिए. कॉलेज के प्राचार्य डॉ ज्योति रंजन, डॉक्टर ए के सिंह, डॉ राज लक्ष्मी तुबुद, डॉ प्रतिभा रॉय आदि मौजूद थे. [wpse_comments_template]
Leave a Comment