झारखंड ग्रामीण विकास ट्रस्ट के सेमिनार में छात्रों-शिक्षकों को दिलाई गई शपथ
Mahuda : चुप्पी तोड़ो,हिंसा रोको, हमें चाहिए बाल विवाह से आजादी, खेलने की उम्र है बाल विवाह जुर्म है आदि नारों के साथ गांधी स्मारक उच्च विद्यालय सिजुआ में बुधवार 20 सितंबर को बाल विवाह मुक्त भारत निर्माण के लिए कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन के सहयोग से झारखंड ग्रामीण विकास ट्रस्ट ने सेमिनार का आयोजन किया. सेमिनार में सैकड़ों छात्र एवं छात्राओं ने बाल विवाह नहीं करने की शपथ ली. छात्र एवं छात्राओं ने बुलंदी के साथ नारा दिया कि हमें चाहिए, आजादी,बाल विवाह से आजादी.
छात्रों को संबोधित करते हुए झारखंड ग्रामीण विकास ट्रस्ट के परियोजना समन्वयक नईमुद्दीन अंसारी ने कहा कि बच्चे देश के भविष्य हैं. बच्चों के साथ हिंसा का विरोध सभी को मिलकर करना होगा. बाल विवाह एवं बाल यौन शोषण कानूनन अपराध है. बाल विवाह के कई दुष्परिणाम है, बाल विवाह करने एवं कराने वाले दोनों समान रूप से दोषी हैं. उन्होंने बाल विवाह अधिनियम, पॉक्सो अधिनियम, गुड टच एवं बेड टच की जानकारी विस्तार से दी. छात्रों के प्रश्नों का जवाब भी बारी बारी से दिया गया. अंत में बच्चों एवं शिक्षकों को बाल विवाह न करने व न कराने की शपथ दिलाई गई. प्राचार्य एन मुखोपाध्याय ने बाल विवाह मुक्त समाज निर्माण के लिए छात्रों एवं अभिभावकों से अभियान में सहयोग की अपील की. ट्रस्ट के फील्ड मोबलाइजर नागेश्वर पासवान एवं दीपा रवानी ने भी संबोधित किया.
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