Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के चेयरमैन राम शर्मा ने 16 अप्रैल को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी संजय कुमार सिंह व अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कुलदीप मान के साथ धनबाद मंडल कारा का औचक निरीक्षण किया. उनके साथ डालसा सचिव निताशा बारला व न्यायिक दंडाधिकारी अंकित कुमार सिंह भी थे. जेल में कुल 702 दोषसिद्ध व विचाराधीन बंदी मिले. जिला जज ने प्रत्येक बैरक व वार्ड में पहुंचकर बंदियों से उनके स्वास्थ्य, इलाज, पेयजल, नास्ता, भोजन व मुकदमे में पैरवी के लिए अधिवक्ता होने अथवा नहीं होने की जानकारी ली. संबंधित अधिकारियों को बंदियों के शौचालयों की साफ-सफाई का निर्देश दिया. बीमार बंदियों को बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर भेजने को कहा. 34 महिला बंदियों से मिलकर उनकी समस्याएं सुनीं. बच्चों व उनके स्वास्थ्य का विशेष देखभाल रखने व उन्हें पोषण युक्त भोजन दिये जाने के निर्देश दिये.
मुफ्त कानूनी सहायता क्लिनिक का उद्घाटन
इसके पूर्व मंडल कारा में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. शिविर में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश राम शर्मा व अन्य न्यायिक अधिकारियों ने कैदियों को कानून की जानकारी दी. राम शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार ने लीगल एड डिफेंस काउंसिल की स्थापना की है. इसमें गरीब बंदियों को मुकदमे की पैरवी के लिए नि:शुल्क अधिवक्ता की सुविधा दी जाती है. इसके लिए बंदी जिला विधिक सेवा प्राधिकार को आवेदन भेज सकते हैं. मौके पर उन्होंने कानूनी सहायता क्लिनिक का उद्घाटन भी किया.
जेल अदालत में 4 बंदियों को मुक्त करने का आदेश
मंडल कारा में रविवार को जेल अदालत लगी. रेलवे के न्यायिक दंडाधिकारी अंकित कुमार सिंह ने चार बंदियों सोनू हसन,शंकर कोल,दीनानाथ चौहान व इंदिरा भुइयां को मुक्त करने का आदेश दिया. मौके पर जेल अधीक्षक अजय कुमार सहित डालसा के सदस्य उपस्थित थे.
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