Tundi : दक्षिणी टुंडी के खरमो गांव के पतरोबांध (तालाब) में रविवार 20 मार्च को डूबे युवक संजीत राणा की लाश आज मंगलवार 22 मार्च को अहले सुबह मिली. पुलिस लाश उठाने लगी तो ग्रामीणों ने रोक दिया. ग्रामीणों ने जमकर बवाल काटा और प्रशासन की फजीहत भी की. ग्रामीण मुआवजा देने व मछली पालकों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग कर रहे थे. लोगों का कहना था कि मछली पालकों ने अपने स्वार्थ के लिए तालाब को बांस, कंटीले तार व पत्थर से पाट दिया है. इसी कारण युवक नहाने के दौरान फंस गया और उसकी मौत हो गई.
उन्होंने मछली पालकों पर भी कानूनी कार्रवाई की मांग की. सूचना पाकर अंचलाधिकारी एजाज हुसैन अंसारी, थानेदार संतोष कुमार सिंह दलबल के साथ पहुंचे. ग्रामीणों व स्वजनों को समझाने का प्रयास किया. टुंडी प्रमुख कमला मुर्मू, मुखिया बबली दास, पंचायत समिति सदस्य बबीता देवी आदि भी पहुंचे. प्रशासन की ओर से तत्काल अंतिम संस्कार के लिए पांच हजार नगद दिया गया तथा मछली पालकों के विरुद्ध कार्रवाई का अश्वासन दिया. इसके बाद लोगों ने लाश को उठाने दी. पुलिस ने लाश को पोस्टमार्टम के लिए धनबाद भेज दिया.
मछलीपालकों ने नहीं निकालने दिया था पानी
मछलीपालकों पर ग्रामीणों का आक्रोश इसलिए भी था, क्योंकि शव की तलाश के लिए उन्होंने तालाब से पानी निकालने से रोक दिया था. मालूम हो कि पश्चिमी टुंडी के मनियाडीह थाना क्षेत्र के नेरो गांव निवासी संजीत राणा खरमो गांव में अपने रिश्तेदार रवि कुमार के घर आया था. वह नाश्ता कर नहाने के लिए निकट के तालाब पतरोबांध गया था, जहां वह डूब गया था. टुंडी थाने की पुलिस ने उसकी लाश को निकालने के लिए जेसीबी मशीन से तालाब के मेढ़ को काटने की कोशिश की, जिसका मछली पालकों ने विरोध किया. पुलिस का कहना था कि सरकारी तालाब बहुत गहरा है. लाश निकालने के लिए कुछ पानी बहाना होगा. मछली पालकों ने कहना था कि तालाब में उनकी पूंजी फंसी है. वे पानी नहीं बहाने देंगे. इसी वजह से लाश नहीं निकाली जा सकी.
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