Sindri : सिंदरी के शहरपुरा शिव मंदिर में चल रही श्री रामकथा के तीसरे दिन 5 अप्रैल को बड़ी संख्या में भक्तों ने भाग लिया. कथा वाचिका डॉ. अमृता करुणेश्वरी ने भगवान के जन्म की रोचक व्याख्या की. श्रद्धालुओं को बताया कि भगवान भोलेनाथ ही प्रभु श्रीराम व श्रीकृष्ण की भक्ति प्रदान करने वाले हैं. इसीलिए याज्ञवल्क्य मुनि ने भारद्वाज मुनि को श्रीराम कथा से पहले शिव कथा सुनाई थी.
डॉ. करुणेश्वरी ने नारी का परिचय धैर्य, समर्पण, ममता, वात्सल्य, वीरता व मर्यादा रूप में दिया. कहा कि एक बार नारद मुनि ने काम और क्रोध पर जीत के अहंकार में खुद को भोलेनाथ से भी श्रेष्ठ समझ लिया था. भगवान ने नारद जी का अहंकार दूर किया और उन्हें अपनी माया के दर्शन कराए. भक्त यदि मार्ग भटक जाए तब भगवान उसे सही मार्ग दिखाते हैं.
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