alt="" width="300" height="168" /> मुंडन कराकर सरकार की नीति का विरोध[/caption] समिति के सदस्य गणपत महतो , हीरालाल महतो और संतोष महतो ने राज्य सरकार से भोजपुरी ,मगही अंकिका भाषा को हटाने की मांग की. साथ ही खतियान आधारित नियोजन नीति और 1932 का खतियान राज्य में लागू करने की भी मांग की. प्रदर्शकारियों ने वर्तमान सरकार पर वादा खिलाफी और गैर संवैधानिक तरीके से बाहरी भाषाओं को क्षेत्रीय भाषा के रूप में लागू करने का आरोप लगाया. कहा कि यहां के मूलवासियों और युवाओं की हकमारी करने और हमारी संस्कृति को खत्म करने की साजिश है. राज्य स्तर तक आंदोलन खड़ा किया जाएगा. यह भी पढ़ें : धनबाद">https://lagatar.in/there-is-no-system-of-cancer-treatment-in-dhanbad/">धनबाद
में कैंसर के इलाज की कोई व्यवस्था नहीं [wpse_comments_template]

Leave a Comment