एनईपी के तीन वर्ष पूरे होने पर दी गई सदी के मुताबिक विजन की जानकारी
Dhanbad : नई शिक्षा नीति-2020 (एनईपी-2020) के कार्यान्वयन के तीन वर्ष पूरे होने पर 27 जुलाई गुरुवार को विनोद नगर स्थित केंद्रीय विद्यालय-1 में प्राचार्य एम मार्डी ने प्रेस कांफ्रेस किया. उन्होंने कहा कि एनईपी का विजन 21 वीं सदी की जरूरतों के मुताबिक व्यापक, लचीली और बहुविषयक शिक्षा के जरिये भारत को वैश्विक स्तर पर ज्ञान के क्षेत्र में सुपरपावर बनाना है. एनईपी का लक्ष्य छात्रों में छिपी अनूठी क्षमताओं को निखारना, रटने की बजाए चिंतन, अध्ययन व सीखने की प्रवृत्ति विकसित करना, वैज्ञानिक सोच को प्रोत्साहित करना और भारत को आत्मनिर्भर बनाने के साथ वैश्विक एकीकरण भी है. कक्षाओं में प्रवेश की आयु की गई संशोधित
प्राचार्य ने कहा कि एनईपी के चार चरण पांच वर्षीय फाउंडेशनल स्टेज (कक्षा-2 तक), तीन वर्षीय प्रीपेरेटरी स्टेज (कक्षा-3 से 5 तक), तीन वर्षीय मिडिल स्टेज ( कक्षा-6 से 8 तक) और चार वर्षीय सेंकेंड्री स्टेज (कक्षा-9 से 12 तक) है. एनईपी-2020 के तहत सभी केन्द्रीय विद्यालयों में शैक्षणिक वर्ष 2022-23 से कक्षा- 1 में प्रवेश की आयु को संशोधित किया गया है. वर्ग-1 में प्रवेश के लिए न्यूनतम 6 वर्ष और अधिकतम 8 वर्ष आयु होनी चाहिए. वर्ग-2 और तीन के लिए न्यूनतम 7 वर्ष और अधिकतम 9 वर्ष आयु तय की गई है. वर्ग-4 के लिए न्यूनतम 8 और अधिकतम 10 वर्ष होना चाहिए. इसी तरह अन्य कक्षाओं के लिए भी आयु तय है. अभी बाल वाटिका-3 के संचालन की अनुमति
एनईपी-2020 में बाल वाटिका (नर्सरी) को तीन चरणों में बांटा गया है. केंद्रीय विद्यालय-1 को अभी सिर्फ बाल वाटिका-3 के संचालन की अनुमति मिली है. इसके लिए छात्र-छात्राओं की न्यूनतम आयु 5 वर्ष और अधिकतम आयु 6 वर्ष होनी चाहिए. बाल वाटिका-3 में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की तारीख 7 से 18 जुलाई तक तय थी. रजिस्ट्रेशन के बाद चयन पूरा हो चुका है. 29 जुलाई से कक्षा शुरू होगी. कक्षा में 40 छात्र होंगे. बीपीएल छात्रों समेत अन्य रिजर्व कैटगरी के छात्रों का भी चयन हुआ है. 29 जुलाई को दिल्ली में शिक्षा समागम
उन्होंने कहा कि प्रेस कांफ्रेस करने का मतबल भारत सरकार के निर्देश पर एनईपी-2020 के बारे में लोगों को जागरूक करना है. तीन वर्ष पूरे होने पर 29 जुलाई को दिल्ली के प्रगति मैदान में दो दिवसीय अखिल भारतीय शिक्षा समागम होगा, जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी भाग लेंगे. प्रेस कांफ्रेस में केंद्रीय विद्यालय-2 के प्राचार्य मुकेश कुमार और केंद्रीय विद्यालय मैथन के प्राचार्य नवेंदु पराशर भी मौजूद थे. [wpse_comments_template]
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