Nirsa : निरसा प्रखंड की खुशरी पंचायत के पूर्व मुखिया साधन रवानी मंगलवार 1 अगस्त को रैयत व ग्रामीणों के समर्थन में 12 सूत्री मांगों को लेकर ईसीएल मुगमा क्षेत्र की बैजना कोलियरी अंतर्गत खुशरी ओसीपी के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गए. आंदोलन की जानकारी होने के बाद प्रबंधन की नींद खुली और वार्ता के लिए धरना पर बैठे पूर्व मुखिया को कार्यालय बुलाया गया. सकारात्मक वार्ता और लिखित आश्वासन मिलने पर पूर्व मुखिया ने आंदोलन को स्थगित कर दिया. श्री रवानी ने बताया कि रैयतों को मुआवजा व जर्जर सड़क की मरम्मत, बिजली की समस्या व कई गांवों में पेयजल की किल्लत सहित 12 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन शुरू किया गया था, लेकिन सभी मांगों पर प्रबंधन द्वारा सकारात्मक एवं लिखित आश्वासन दिया गया. श्री रवानी के अनुसार बैजना कोलियरी की खुशरी ओसीपी वर्ष 2020 में शुरू हुई. ओसीपी चालू होने के बाद 17 लोगों की नौकरी का अप्रूवल हुआ, लेकिन आज तक न ही किसी को नियोजन मिला और न ही मुआवजा. इसके कारण रैयतों में काफी आक्रोश है. उन्होंने कहा कि यहां के नेता ग्रामीणों की समस्याओं को दरकिनार कर प्रबंधन की दलाली कर अपनी राजनीतिक रोटी सेंक रहे हैं. श्री रवानी ने कहा कि लिखित आश्वासन के बाद भी अगर मांगों पर अमलीजामा नहीं पहनाया गया तो जोरदार आंदोलन किया जाएगा और इसकी सारी जिम्मेवारी सीसीएल प्रबंधन की होगी. धरना पर रैयतों के अलावा काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे. यह भी पढ़ें: धनबाद:">https://lagatar.in/dhanbad-torch-procession-against-fcil-management-on-august-4/">धनबाद:
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