उपलब्ध कराये गए थे 7 करोड़ , हो गई बंदरबांट
कांको मठ से गोल बिल्डिंग तक सड़क का चौड़ीकरण हो रहा है. प्रभावितों के लिए झारखंड राजमार्ग ने जिला भू-अर्जन पदाधिकारी को 7 करोड़ रुपये उपलब्ध कराये थे. लेकिन भ्रष्ट तंत्र व लालफीताशाही ने राशि की बंदरबांट कर गरीब प्रभावितों को फटेहाल छोड़ दिया. इन गरीबों के बीच रोजी-रोटी की भीषण समस्या उत्पन्न हो गई है. एक ओर जिला प्रशासन का कहना है कि वैसे व्यक्ति को मार्च 2017 से ही पथ के राइट ऑफ वे में है उन व्यक्तियों को पुर्नवास एवं पुनर्स्थापन का लाभ मिलेगा. लेकिन भ्रष्टाचार का आलम यह है कि फुटपाथ पर जीवनयापन कर रहे लोगों को वर्ष 2013 से ही पथ अवर प्रमंडल संख्या-1 द्वारा नोटिस दिया जा रहा था. ऐसे दर्जनों नोटिसधारी फुटपाथ दुकानदारों की दुकान तो तोड़ दी गई, लेकिन बदले में कुछ नहीं मिला.फर्जी तरीके से सूची बनाकर किया लाखों का गबन
प्रभावितों की फर्जी सूची बनाई गई और फर्जी तरीके से लाखों का गबन भ्रष्ट अधिकारियों ने कर लिया. झुग्गी झोपड़ी डालकर जो शराब बेचा करते थे, वैसे लोगो को 5,00,000/-रुपये से अधिक राशि केवल कमीशनखोरी के चलते दी गई. जबकि वास्तविक प्रभावितों को इस योजना से वंचित कर दिया गया. फलस्वरूप फुटपाथ दुकानदारों में जिला प्रशासन के प्रति असंतोष है. जल्द ही उचित फैसला नहीं लिया गया तो आर पार की लड़ाई लड़ेंगे. यह भी पढ़ें : धनबाद">https://lagatar.in/dhanbad-bccl-filled-illegal-coal-mines-for-the-second-day-as-well/">धनबाद: बीसीसीएल ने दूसरे दिन भी की अवैध कोयला खदानों की भराई [wpse_comments_template]

Leave a Comment