मरीजों को हो रही परेशानी, इलाज के लिए जाना पड़ रहा है रांची
Dhanbad : जिले के सबसे बड़े अस्पताल शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल ( एसएनएमएमसीएच ) में विगत कई वर्षों से मानसिक रोग विशेषज्ञ नहीं है. इस कारण पूरा विभाग ही बंद कर दिया गया है. मरीजों को वापस लौटना पड़ा रहा है व रांची रिनपास या सीआईपी जाना पड़ रहा है. रांची जाने में आर्थिक बोझ तो बढ़ता ही है, परेशानी भी दुगुनी हो जाती है. कर्मचारियों की मानें तो अस्पताल में हर दिन मानसिक रोग के लगभग 10 से 15 मरीज पहुंचते हैं. विभाग के बंद होने की सूचना मिलते ही मायूस होकर वापस लौट जाते हैं. सूत्रों की मानें तो वर्ष 2022 में मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉक्टर स्वाति सिंह को एसएनएमएमसीएच में पदस्थापित किया गया था. परंतु उन्होंने योगदान नहीं दिया. कुछ कारणों का हवाला देते हुए धनबाद आने में असमर्थता जताई. इसके बाद सरकार ने उन्हें एमजीएम जमशेदपुर में पदस्थापित कर दिया. और तब से यह विभाग खाली है. झरिया निवासी मनोरोगी मोहम्मद शब्बीर बुधवार 26 जुलाई को एसएनएमएमसीएच पहुंचे तो इलाज कराने, मगर डॉक्टर नहीं मिलने के कारण बैरंग वापस लौटना पड़ा. परिजनों ने बताया कि शब्बीर पिछले 2 माह से मानसिक रोग से पीड़ित हैं. कुछ लोगों के सुझाव के बाद एसएनएमएमसीएच आए थे. मगर उन्हें निराश हाथ लगी. अब रांची जाना होगा. परिजनों ने कहा कि उनकी माली हालत ठीक नहीं है. वह पेशे से एक साइकिल दुकान चलाते हैं, रांची जाकर इलाज कराना काफी मुश्किल है. फिलहाल इस मामले पर अस्पताल प्रबंधन से बात नहीं हो सकी. दूरभाष पर संपर्क साधने की कोशिश भी सफल नहीं हुई. [wpse_comments_template]
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