Dhanbad : बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो के कथित आतंक के खिलाफ अनशन पर बैठे चिटाही के अशोक महतो के परिवार को 24वें दिन भी न्याय नहीं मिला. परिवार पिछले 4 मई से धनबाद (Dhanbad) के रणधीर वर्मा चौक पर अनशनरत है. अशोक महतो को तबीयत बिगने के बाद 25 मई को सदर अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा, जबकि पत्नी कुंती देवी अपने बेटा व बेटी के साथ रणधीर वर्मा चौक पर जमी हैं. बाघमारा सीओ कमल किशोर सिंह और बरोरा थाना प्रभारी 27 मई को सदर अस्पताल पहुंचे और वहां इलाजरत अशोक महतो पर अनशन खत्म करने के लिए दबाव बनाया. करीब दो घंटे चली बैठक के बाद अशोक महतो अनशन समाप्त करने पर सहमत हो गए. लेकिन जब ससमझौता पेपर पर दस्तखत करने की बात आई, तो दूसरी दावेदार शांति देवी बिना साइन किए ही धीरे से खिसक गई. शांति देवी वही महिला है, जिसकी जमीन कब्जाने का आरोप विधायक ढुल्लू महतो ने अशोक महतो पर लगाया था. ढुल्लू महतो के भाई शरद महतो समझौता कराने के लिए शांति देवी को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे थे. साइन नहीं होने के कारण प्रशासन मामला सुलझाने में फिर विफल रहा.
अशोक ने ढुल्लू महतो पर जमीन हड़पने का लगाया है आरोप
अनशन पर बैठे अशोक महतो का आरोप है कि विधायक ढुल्लू महतो ने उसकी जमीन हड़प ली है. उसकी दुकान के आगे टैंकर खड़ा कर दोनों ओर ईंट गिराकर रास्ता बंद कर दिया है. दुकान बंद होने से परिवार की रोजी-रोटी पर संकट उत्पन्न हो गया है.
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