ने पूछा अहम सवाल- अगर NOTA ज्यादा हो, तो क्या कैंसिल कर देना चाहिए चुनाव [caption id="attachment_37869" align="aligncenter" width="600"]
alt="" width="600" height="400" /> दो दिवसीय बैंक हड़ताल के समर्थन में संयुक्त मोर्चा के बैनर तले एकदिवसीय धरना[/caption]
सरकार की नीतियों से नाराजगी
धरना प्रदर्शन में शामिल संयुक्त मोर्चा का कहना है कि, केंद्र की इस सरकार ने कई जनहित के कानूनों को समाप्त कर दिया है. साथ ही किसानों, मजदूरों की मांगों को भी तरजीह नहीं दी जा रही है. झारखंड सप्लाई वर्कर्स यूनियन के तरफ से कहा गया कि, विद्युत विधेयक बिल 2021 का हम लोग विरोध करते हैं. और किसानों की मांगों का समर्थन करते हैं. आगे भी केंद्रीय यूनियनों का निर्णय आएगा तो संघर्ष तेज किया जाएगा. इसे भी पढ़ें- बैंकों">https://lagatar.in/jharkhands-45000-workers-on-strike-to-protest-against-privatization-of-banks/37844/">बैंकोंके निजीकरण के विरोध में झारखंड के 45 हजार कर्मी हड़ताल पर
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