Baghmara : बाघमारा (Baghmara) धनबाद जिले के बाघमारा थाना क्षेत्र अंतर्गत हरिणा नेहरू चौक के समीप अम्बे हॉस्पिटल में रविवार 28 अगस्त की रात तीन साल के बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने जमकर बवाल काटा और अस्पताल कर्मियों के साथ हाथापाई की. परिजनों ने डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. सूचना मिलने पर बाघमारा, बरोरा की पुलिस पहुंची और आक्रोशित परिजनों को समझाने का प्रयास करती रही.
ले गया बच्चे को दूसरा अस्पताल, बताया भी नहीं
मृत बच्चे का नाम ऋतिक राय है. वह महुदा थाना क्षेत्र नागदा का रहने वाला था. परिजनों हर्निया के ऑपरेशन के लिए बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया था. परंतु ऑपरेशन के बाद बच्चे को होश नहीं आया. परिजनों ने कहा कि बच्चे को ऑपरेशन के दौरान बेहोशी का ओवरडोज इंजेक्शन दे दिया गया था. बच्चे की हालत की जानकारी भी अस्पताल प्रबंधन नहीं दी. अस्पताल प्रबंधन परिजनों जानकारी दिये बच्चे होश में लाने के लिए एक से दूसरे अस्पताल तक भागमभाग करते रहे. तबतक बच्चे की मौत हो चुकी थी. अस्पताल प्रबंधन ने परिजनों को बताया कि बच्चे को होश नही आया है, इस कारण उसे दूसरे अस्पताल ले जाना पड़ा. जानकारी लेने के लिए परिजन एक से दूसरे अस्पताल तक भटकते रहे. जब बच्चे की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ तो अंततः अस्पताल प्रबंधन की ओर से बताया गया कि उसकी मौत हो गईं.
बेहोशी का ओवरडोज इंजेक्शन दिया,नहीं आया होश
मौत की खबर सुनने के बाद परिजन आक्रोशित हो गए और हंगामा करने लगे. बच्चे के परिजन ब्रिज मोहन राय ने कहा कि उन्होंने हर्निया का ऑपरेशन कराने के लिये ऋतिक को भर्ती कराया था. डाक्टरों की लापरवाही के कारण बच्चे की मौत हो गई. बेहोशी का ओवरडोज दिया गया था. बच्चे से मिलने और उसकी हालत जानने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. लेकिन अस्पताल प्रबंधन की ओर से कहा गया कि बच्चे को होश नहीं आया है. होश आने के बाद बच्चे से मिलवाने की बात प्रबंधन ने परिजनों से कही. कई घंटे बाद भी अस्पताल प्रबंधन ने कोई जानकारी नहीं दी. अंत में बताया गया कि बच्चे की हालत ठीक नहीं है. बताया गया कि बच्चे को दूसरे निजी अस्पताल ले जाया गया है. फिर कहा गया कि बच्चे को बीजीएच बोकारो ले जाया गया है.
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