Dhanbad : स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना टीकाकरण में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को टीकाकरण कार्य से हटा दिया है. उन्हें हटाने के बाद इसका सीधा असर वैक्सीनशन पर पड़ा है. कर्मचारियों के नहीं रहने के कारण टीकाकरण केंद्रों की संख्या लगभग 30 कर दी गई है. इस वजह से जिले में टीकाकरण की रफ्तार भी कम हो गई है. कोरोना टीकाकरण की रफ्तार तेज करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से पांच टीकाकरण वाहन चलाए जा रहे हैं. लेकिन आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को हटाने के कारण अब टीकाकरण एक्सप्रेस पर भी संकट मंडराने लगा है. सुदूरवर्ती इलाके में पंचायतों तक पहुंचकर टीकाकरण की मुहिम भी बाधित होने लगी है. वैक्सीनेशन के नोडल पदाधिकारी डॉक्टर विकास राणा ने बताया कि कर्मचारियों के नहीं रहने के कारण टीकाकरण की रफ्तार बेहद धीमी हो जाएगी. जिला टीकाकरण विभाग की ओर से 12 से 14 वर्ष के बच्चों को भी टीकाकरण से जोड़ा जा रहा है. इन बच्चों के स्कूल में कुछ जगहों पर परीक्षा हो रही है, तो कुछ जगहों पर स्कूल में अभी नए सत्र की वजह से बंद है. अब 4 अप्रैल के बाद से कई स्कूल खुलने वाले हैं. स्कूलों में स्वास्थ्य विभाग की ओर से अभियान चलाकर 12 से 14 वर्ष के बच्चों को टीकाकरण से जोड़ने की कवायद शुरू होगी.
पिछले पांच दिनों का आंकड़ा
21 मार्च को कुल 2712, 12 से 14 – 180, 14 से 17– 475 22 मार्च को कुल 3220, 12 से 14 – 720, 14 से 17– 625 23 मार्च को कुल 3225, 12 से 14 – 1040, 14 से 17– 1023 24 मार्च को कुल 3065, 12 से 14 – 657, 14 से 17– 530 26 मार्च को कुल 2846, 12 से 14 – 757, 14 से 17– 529 बच्चों ने वैक्सीन ली है. यह भी पढ़ें :
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