Baghmara : बाघमारा (Baghmara) खानुडीह पंचायत के हुरसोडीह गांव के लोग पानी और बिजली की मांग को लेकर शुक्रवार 27 मई को आंदोलन पर उतर गए. ग्रामीणों ने ब्लाक दो क्षेत्रीय कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया और नारे लगाए. प्रदर्शन के बाद प्रबंधन के साथ वार्ता हुई, वार्ता में प्रबंधन की ओर से छह माह के अंदर गांव में दोनों सुविधा देने का आश्वासन दिया गया.
जीएम ने दिया आश्वासन-छह माह में मिलेगी सुविधा
आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने मधुबन वाशरी के दग्धो लोडिंग प्वाइंट पर दो दिनों से जारी आंदोलन वापस ले लिया. वार्ता में क्षेत्र के जीएम चितरंजन कुमार ने कहा कि सोमवार तक गांव में पानी-बिजली को लेकर सिविल विभाग की टीम सर्वे करेगी. प्रस्ताव बनाकर स्वीकृति के लिए कोयला भवन भेजा जाएगा. स्वीकृति मिलते ही गांव को दोनों सुविधाएं मुहैया करा दी जाएंगी. जीएम ने गांव में डीप बोरिंग कर जलापूर्ति का प्रस्ताव रखा, जिस पर ग्रामीण सहमत हो गए.
ग्रामीणों ने कहा-प्रदूषण झेलें हम, सुविधा दूसरे को
ग्रामीणों का कहना था कि दग्धो लोडिंग प्वाइंट से उनका गांव सटा हुआ है. रैक में कोयला लोडिंग के दौरान भा मात्रा में प्रदूषण उनके घरों में पहुंचता है. लोग बीमार हो रहे हैं, लेकिन सुविधा के नाम पर बीसीसीएल ने अब तक कुछ भी नहीं दिया. हालांकि अगल बगल के गांव भीमकनाली, मांझी बस्ती, खानुडीह, मोहली टोला में बिजली-पानी की सुविधा दी गई है. दो सूत्री मांगों को लेकर दो दिन से ग्रामीण दग्धो लोडिंग प्वाइंट के समीप धरना पर बैठे थे. रैक लोडिंग के साथ कोयला परिवहन का कार्य बाधित हो गया था. वार्ता में एजीएम एबी कुमार, मधुबन वाशरी के पीओ सुमन कुमार, कार्मिक प्रबंधन अनिल यादव शामिल थे. आंदोलन में विष्णु महतो, विकास महतो, डेगलाल महतो, सरयू महतो, खेलू महतो, शंकर महतो, गीता देवी, शारदा देवी, सुनीता देवी आदि शामिल थीं.
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