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धनबाद : दामोदर नदी के बढ़े जलस्तर से जलापूर्ति ठप, 12 लाख की आबादी प्रभावित

Dhanbaf :  धनबाद समेत राज्यभर में लगातार कई दिनों तक हुई भारी बारिश अब थम चुकी है, लेकिन उसका असर अभी भी धनबाद और आसपास के इलाकों में देखने को मिल रहा है. सबसे बड़ी परेशानी जल संकट के रूप में सामने आई है, जिससे करीब 12 लाख लोगों की जलापूर्ति प्रभावित हुई है. लोग पीने के पानी के लिए इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं.

 

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जलकुंभी बनी बाधा, संयंत्र में ठप हुई आपूर्ति

भारी बारिश और तेनुघाट डैम से छोड़े गए अतिरिक्त पानी के कारण दामोदर नदी का जलस्तर 454 आरएल से बढ़कर 462 आरएल हो गया है. तेज धार के साथ बहकर आई जलकुंभी जामाडोबा स्थित झमाडा जल संयंत्र के फुटबॉल में फंस गई है. इसे तब तक साफ नहीं किया जा सकता,  जब तक नदी का जलस्तर कम न हो जाए.  इस तकनीकी बाधा के चलते जल संयंत्र से जलापूर्ति पूरी तरह बाधित है. इस कारण झरिया और आसपास की करीब 12 लाख की आबादी पर पेयजल संकट गहरा गया है. लोग पीने के पानी के लिए इधर-उधर भटकते देखे जा रहे हैं. 

 

जनप्रतिनिधियों ने लिया जायजा

शनिवार सुबह जैसे ही जल संकट की सूचना मिली, धनबाद सांसद ढुलू महतो और झरिया विधायक रागिनी सिंह ने भाजपा के जिला मंत्री बाबू जैना और स्वरूप भट्टाचार्य को जामाडोबा संयंत्र भेजा.  प्रतिनिधियों ने मौके पर पहुंचकर संयंत्र की स्थिति का जायजा लिया और प्लांट इंचार्ज आशुतोष राणा व झमाडा के एसडीओ कौशलेश यादव से फोन पर संपर्क कर समाधान की संभावनाओं पर चर्चा की. अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि जब तक नदी का जलस्तर नहीं घटता, तब तक किसी भी तरह की सफाई संभव नहीं है. जलकुंभी की सफाई और नदी के जलस्तर में कमी आने के बाद ही जल आपूर्ति दोबारा शुरू की जा सकेगी.