कोयलांचल में हरतालिका तीज की धूम, जगह-जगह हुई सामूहिक पूजा
Dhanbad : धनबाद कोयलांचल में सोमवार 18 सितंबर को हरतालिका तीज की धूम रही. सुहागिन महिलाओं ने निर्जला उपवास रखा और सोलह श्रृंगार कर भगवान शिव व माता पार्वती की पूजा कर पति की लंबी आयु का आशीर्वाद मांगा. सुखमय वैवाहिक जीवन के लिए प्रार्थना की.धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, तीज का व्रत रखने से पति दीर्घायु होते हैं और दांपत्य जीवन में मधुरता के साथ खुशहाली बनी रहती है. पंडित सुधीर कुमार पाठक ने कहा कि भादो मास शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज का व्रत मनाया जाता है. हरतालिका तीज का व्रत विवाहित स्त्रियों के अलावा कुंवारी युवतियां भी करती हैं. कुंवारी कन्याओं के व्रत रखने से उन्हें अच्छे जीवनसाथी की प्राप्ति होती है और शादी से जुड़ी तमाम बाधाएं दूर होती हैं. हरतालिका तीज को गौरी तृतीया व्रत के नाम से भी जाना जाता है. इस व्रत को सबसे पहले माता पार्वती ने भगवान शंकर को पति के रूप में पाने के लिए किया था. उसके बाद से ही इस व्रत की शुरुआत हुई.जयप्रकाश नगर में हुई सामूहिक पूजा
धनबाद के जयप्रकाश नगर में व्रती महिलाओं ने सामूहिक पूजा की. बबिता वर्मा ने बताया कि तीज पर्व पति की दीर्घायु और सुखमय पारिवारिक जीवन के लिए किया जाता हैं. पर्व में रात्रि जागरण कर मंगल गीत, भक्ति गीत और भगवान शिव-पार्वती के विवाह के गीत गाए जाते हैं. सीएमआरआई की लता कुशवाहा ने कहा कि वह पावन तीज का व्रत बड़े ही निष्ठा, श्रद्धा और भक्तिभाव से करती हैं. भगवान शिव और माता पार्वती से पति की रक्षा, लंबी आयु और बेहतर स्वास्थ्य की कामना करती हैं. जयप्रकास नगर की अनीता जायसवाल और कविता तिवारी ने कहा कि सुहागिनों के लिए इस व्रत का विशेष महत्व है.इस व्रत के करने से शिव-पार्वती से अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है. यह भी पढ़ें : धनबाद">https://lagatar.in/dhanbad-body-of-another-woman-buried-in-gof-was-also-taken-out/">धनबाद: गोफ में जमींदोज दूसरी महिला का भी शव निकाला गया [wpse_comments_template]
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