सत्र : सदन की कार्यवाही 12.30 बजे तक स्थगित, भानु ने आसन के सामने पढ़ा हनुमान चालीसा
समिति में 12 महिलाओं को शामिल किया गया
मशरूम की खेती कर आत्मनिर्भर बनी महिलाओं ने बताया कि उन्होंने एक समिति बनायी. जिसका नाम मां दुर्गा आजीविका सखी मंडल रखा गया. जिसमें 12 महिलाओं को शामिल किया गया. समिति की सभी महिलाओं ने टाटा के टीएसआरडीएस के सहयोग से मशरूम की खेती की जानकारी प्राप्त की.जानकारी लेने के बाद समिति की महिलाओं ने मशरूम की खेती शुरू की. इसे भी पढ़ें -श्री">https://lagatar.in/the-417th-prakash-parv-of-sri-guru-granth-sahib-ji-was-held-today-1st-september-1604-on-bhado-purnima/">श्रीगुरु ग्रंथ साहिब जी का 417वां प्रकाश पर्व आज, 1 सितंबर 1604 भादो पूर्णिमा को हुआ था पहला प्रकाश
कम पूंजी से दोगुना फायदा हो रहा
महिलाओं ने कहा कि मशरूम की खेती कम पूंजी में हो जाती है. जबकि फयदा दोगुना होता है. इसलिए हमलोगों ने मशरूम की खेती करनी शुरू की. महिलाओं ने कहा कि मशरूम की खेती कर महिलाएं पुरूषों से कंधे-से- कंधे मिलाकर चल रही है. इसे भी पढ़ें -रामचंद्र">https://lagatar.in/one-thousand-intellectuals-including-ramchandra-guha-arundhati-shabana-writers-that-mahasweta-devi-should-be-returned-in-du-course/">रामचंद्रगुहा, अरुंधति राय, शबाना समेत एक हजार बुद्धिजीवियों की मांग, DU पाठ्यक्रम में दलित लेखिकाओं व महाश्वेता देवी की वापसी हो [wpse_comments_template]
Leave a Comment