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क्या सेना और एयर फोर्स प्रमुख ने सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया?

Lagatar Desk :  बेंगलुरु में एरो इंडिया शो 2025 में सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी और एयर फोर्स प्रमुख एपी सिंह ने तेजस विमान पर एक साथ उड़ान भरी. तेजस देश में निर्मित लड़ाकू विमान है. दोनों सेना के प्रमुख करीब 45 मिनट तक हवा में रहें. इसे ऐतिहासिक बताया गया और इसकी तस्वीरें जारी की गयीं. लेकिन पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल एचएस पनाग की टिप्पणी के बाद इस उड़ान पर विवाद खड़ा हो गया है. दरअसल जनरल एचएस पनाग ने सोमवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर इस उड़ान पर कई सवाल खड़े किये. उन्होंने लिखा कि यह एक महान तस्वीर है. लेकिन 1963 से लागू नियमों का उल्लंघन भी. नियम है कि सीनियर अधिकारियों, खास कर दो सेना प्रमुखों को एक साथ उड़ान नहीं भरना चाहिए. जनरल पनाग ने अपनी टिप्पणी में 23 नवंबर 1963 में हुई उस घटना का भी उल्लेख किया, जिसमें एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में दो लेफ्टीनेंट जेनरल, एक मेजर जेनरल, एक एयर वाइस मार्शल और एक ब्रिगेडियर की जान चली गयी थी. एक पूर्व ब्रिगेडियर ने यह भी लिखा कि सुरक्षा कारणों से दो प्रमुखों को एक ही वाहन में साथ में यात्रा करने की भी अनुमति नहीं है. साल 1963 की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गये सेना के चार अधिकारियों में लेफ्टिनेंट जनरल दौलत सिंह, पश्चिमी कमांड के जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल बिक्रम सिंह, पश्चिमी कमांड के कोर कमांडर मेजर जनरल एनकेडी नानावती, जम्मू-कश्मीर में एक इन्फैंट्री डिवीजन के कमांडर और ब्रिगेडियर एसआर उबेरॉय और जम्मू-कश्मीर में एक इन्फैंट्री ब्रिगेड के कमांडर शामिल थे. वायु सेना ने इस दुर्घटना में अपने एयर वाइस मार्शल ईडब्ल्यू पिंटो, पश्चिमी वायु कमांड के एयर ऑफिसर कमांडिंग को भी खोया. फ्रांस निर्मित हेलीकॉप्टर को फ्लाइट लेफ्टिनेंट एसएस सोधि ने उड़ाया था. वह भी दुर्घटना में मारे गये थे. कथित तौर पर हेलीकॉप्टर टेलीफोन तार में उलझकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. अधिकारियों की यह यात्रा निरीक्षण के लिए थी. अंग्रेजी दैनिक द टेलिग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, इस घटना को लेकर कई लोगों के कमेंट आ रहे हैं. एक व्यक्ति ने लिखा है कि यह देखकर दुख होता है कि आजकल नियमों का उल्लंघन उन लोगों द्वारा किया जा रहा है, जिन्हें दूसरों में अनुशासन को स्थापित करना चाहिए. एक अन्य व्यक्ति ने अपने कमेंट में लिखा है कि लोगों को तेजस जैसे स्वदेशी विमानों पर विश्वास रखना चाहिए और सेना प्रमुखों को थोड़ा मजा लेने से नहीं रोकना चाहिए. रिपोर्ट्स के मुताबिक, तेजस एक मल्टी रोल लड़ाकू विमान है, जिसे एनोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी ने डिजाइन किया है. वहीं हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा तैयार किया गया है. जनरल पराग ने इस पर भी टिप्पणी की है और लिखा है कि यह महत्वपूर्ण सवाल है कि अब तक कितने तेजस विमानों का निर्माण किया गया है. जनरल पराग ने भारत निर्मित तेजस विमान की उत्पादन क्षमता पर सवाल उठाते हुए लिखा है कि पहला तेजस विमान वर्ष 2001 में उड़ान भरा. 1984 में इसकी अवधारणा के 17 साल बाद. आज हम 2024 में हैं और मुझे अब तक पहले 40 विमान भी नहीं मिले हैं. हर खबर के लिए हमें फॉलो करें 
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