बंगाली लेखक बुद्धदेव गुहा का निधन, साहित्य और सांस्कृतिक जगत में शोक पसरा
मंत्री मिथिलेश ठाकुर नहीं आ सके कार्यक्रम में
कार्यक्रम में मंत्री मिथिलेश ठाकुर नहीं आ सके. उन्होंने अपने पत्र के माध्यम से कहा कि इस सरकार में मैथिल समाज के साथ किसी भी प्रकार का कोई अन्याय नहीं होगा. जबकि सीपी सिंह ने कहा कि वह मैथिली को द्वितीय राजभाषा बनाने में उनकी जो भी भूमिका होगी, वह निभाएंगे. विधानसभा का मानसून सत्र में इस मुद्दे को उठाएंगे. मंथन कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ विद्यानाथ झा विदित ने की. इस आंदोलन की रूपरेखा तैयार करने के लिए एक सात सदस्यीय समिति का भी गठन किया गया. कार्यक्रम के दौरान रामसेवक ठाकुर ने स्वरचित पुस्तक श्री चन्द्र चकोरी जय जय के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी. इस पुस्तक में जानकी-विवाह प्रकरण से संबंधित मिथिला में धी-बेटियों की विवाह में गाए जानेवाले गीतों का नया प्रारूप प्रस्तुत किया गया है, जो भक्तिभाव से ओतप्रोत है. इसे भी पढ़ें- भाजपा">https://lagatar.in/no-single-worker-jmm-joined-bjp-laughs-babulal-get-information-jmm/">भाजपामें शामिल हुआ एक भी कार्यकर्ता JMM का नहीं, हंसी आती है कि बाबूलाल को कहां से मिली जानकारी : झामुमो [wpse_comments_template]
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