- 681 नॉन वेज, सब्जी व फल विक्रेता फुटपाथ दुकानदारों ने रजिस्ट्रेशन कराया था
- 74 नॉन वेज दुकानदारों को ही जगह मिली, 110 को जगह मिलेगी, तो कहां जाएंगे 497 विक्रेता
Akarsh Aniket
Ranchi : हाईकोर्ट ने शहर की सड़कों से अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया है. साथ ही सड़क के सभी फुटपाथ दुकानदारों को शहर के विभिन्न हिस्सों में नगर निगम द्वारा बनाये गये मार्केट में शिफ्ट करने का भी निर्देश दिया है. हालांकि कोर्ट ने मौखिक तौर पर नगर निगम सहित प्रशासन को हर दिन लगातार अतिक्रमण हटाने को कहा था, लेकिन ऐसा संभव नहीं हो पा रहा है. कोर्ट के आदेश के बाद निगम और प्रशासन के साथ ही साथ ट्रैफिक पुलिस की टीम ने शहर के कई इलाकों में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया. लेकिन दिन में अतिक्रमण हटाया जाता था और शाम ढलते-ढलते फिर से दुकानें सज जाती थीं. नतीजा शहर की प्रमुख सड़कें जाम हो जाती हैं. शहर के कचहरी रोड, शहीद चौक, सरकुलर रोड, अलबर्ट एक्का चौक से लालपुर भाया कोकर, फिर डेली मार्केट होते उर्दू लाइब्रेरी तक फुटपाथ दुकानदारों के कारण सड़क जाम रहती है और वाहन रेंगते रहते हैं. खास कर गदर्मी के दिनों में शाम के वक्त तो जाम की समस्या और बढ़ जा रही है.
नाम है वेजीटेबल मार्केट, पर हैं नॉन वेज की 74 दुकानें
शहर के लालपुर-कोकर रोड के मीट-मछली, चिकन बेचनेवालों के साथ ही साथ सब्जी विक्रेताओं को भी डिस्टलरी पुल स्थित वेजीटेबल मार्केट में शिफ्ट किया जाना था. वेजीटेबल मार्केट में शिफ्ट होने के लिए 681 फुटपाथ दुकानदारों (लालपुर से डिस्टिलरी पुल तक फल, सब्जी, नॉन वेज व अन्य सामानों की दुकानें लगानेवालों) ने आवेदन दिया, रजिस्ट्रेशन कराया. लेकिन मार्केट के बेसमेंट में सिर्फ बिरसा समाधिस्थल से थोड़ा आगे पुल के पार नॉन वेज (मीट-मटन, मछली, चिकन) बेचनेवाले 74 दुकानदारों को ही जगह मिल सकी. नॉन वेज बेचनेवाले दुकान वेजीटेबल मार्केट के बेसमेंट में शिफ्ट करा दिये गये, लेकिन सब्जी और फल बेचनेवाले सड़क पर रह गये.
खुले आसमान के नीचे शिफ्ट करने का आदेश सब्जी बिक्रेताओं ने नहीं माना
पिछले साल बारिश के मौसम में बेसमेंट की छत पर सब्जी व फल बिक्रेताओं को शिफ्ट करने का फरमान नगर निगम ने जारी किया. नगर निगम की टीम ने लालपुर पुलिस के सहयोग से सड़क किनारे सब्जी बेचनेवालों को हटाया, उनकी सब्जियां व टेंट-तंबू भी उखाड़ कर जब्त कर लिया. लेकिन दुकानदारों ने निगम के आदेश को मनमानी बताते हुए विरोध कर दिया. सड़क जाम की, धरना पर भी बैठे. सब्जी बिक्रेताओं का कहना था बारिश के मौसम में खुले आसमान के नीचे कैसे दुकानें लगाएंगे. विरोध के बाद निगम के अधिकारी शेड बनाने को तैयार हुए. तय हुआ कि जबतक शेड नहीं बनेगा, सब्जी विक्रेता शिफ्ट नहीं होंगे. निगम लगभग एक साल बाद 79 लाख की लागत से शेड बनवा रहा है. अभी लोहे का एंगल लगाया गया है. इसके बाद छत बनेगी. शेड बन जाने पर 110 सब्जी-फल विक्रेताओं को लाटरी से जगह आवंटित की जाएगी. लेकिन इसके बाद भी 497 विक्रेताओं का क्या होगा, वे कहां जाएंगे, यह बड़ा सवाल है.
मार्केट की व्यवस्था : एक नजर
681 नॉन वेज, सब्जी व फल विक्रेता सहित फुटपाथ दुकानदारों ने मार्केट में जगह के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है.
074 नॉन वेज विक्रेताओं को मार्केट के ग्राउंड (बेसमेंट) में दुकान के लिए जगह आवंटित की जा चुकी है.
110 सब्जी-फल विक्रेताओं को बेसमेंट की छत पर शेड बनाने के बाद जगह आवंटित करने की तैयारी की जा रही है.
सबसे बड़ा सवाल
497 बाकी बचे विक्रेताओं का क्या होगा, सड़क किनारे ही रहेंगे या निगम कोई वैकल्पिक व्यवस्था करेगा.
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