Jamshedpur : ग्रेजुएट कॉलेज में 2018-21 बैच की दो छात्राएं बुधवार इंटरनल मार्क्स में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कॉलेज गेट के बाहर भूख हड़ताल पर बैठ गईं. दोनों माइक्रो इक्नॉमिक्स की छात्रा हैं. कॉलेज की प्राचार्या मुकुल खंडेलवाल ने 3 जनवरी तक रिजल्ट में सुधार का लिखित आश्वासन देते हुए छात्राओं को जूस पिलाकर उनका अनशन समाप्त करवाया. प्राचार्या ने कहा कि यदि रिजल्ट में सुधार नहीं होता है तो 4 जनवरी से छात्राएं दुबारा हड़ताल पर बैठ सकती हैं.
इंटरनल का नंबर नहीं जुड़ने से एक विषय में फेल हो गई छात्राएं
छात्राओं का आरोप है कि पहले सेमेस्टर में इंटरनल के नंबर नहीं जुड़ने से उनका रिजल्ट प्रमोटेड आ रहा था. सेमेस्टर-1 में इसकी शिकायत के बाद कॉलेज की तरफ से मार्क्स जोड़ कर रिजल्ट में सुधार करने की बात की गई थी. लेकिन अब जब फाइनल रिजल्ट जारी किया गया तो उन्हें एक सब्जेक्ट में फेल बताया जा रहा है.
एआईडीएसओ ने कहा, इस बार मनमानी नहीं चलेगी.
धरना पर बैठी नंदनी कुमारी ने कहा कि अपना रिजल्ट और एक साल बचाने के लिए हमने बहुत बार कोल्हान यूर्निवसिटी के चक्कर लगाए, कॉलेज में शिक्षकों से बात की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. यूर्निवसिटी की तरफ से कहा जा रहा है कि कॉलेज की गलती से नंबर नहीं जुड़ पाया तो कॉलेज वालों का कहना है कि यूर्निवसिटी की अनदेखी से सब हुआ. इसलिए अब मजबूरी में खुद के लिए आवाज उठाते हुए आज हमें भूख हड़ताल पर बैठना पड़ा. इस भूख हड़ताल को सर्मथन देते हुए एआईडीएसओ की नगर सचिव सबिता सोरेन ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब इंटरनल मार्क्स में गड़बड़ी के कारण विद्यार्थियों का रिजल्ट खराब हुआ है, लेकिन इस बार दोनों की मनमानी नहीं चलेगी.