Ranchi : राजधानी में मंगलवार को झारखंड रिसोर्स शिक्षक- थेरेपिस्ट संघ ने अपनी मांगों को लेकर झारखंड शिक्षा परियोजना कार्यालय के सामने एकदिवसीय धरना प्रदर्शन किया. धरना पर बैठे लोगों के हाथों में तख्तियां भी थी, जिस पर- दिव्यांगों को सम्मान चाहिए, हमें भी वेतनमान चहिए, दिल में अब ईमान भरो, हमारा वेतनमान करो, मेहनत करते हैं हम पूरी, हमें चाहिए उचित मजदूरी जैसे नारे लिखे हुए थे.
दिव्यांग छात्रों को पढ़ाने वाले शिक्षकों की सुध लेने वाला कोई नहीं
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए गिरधारी महतो ने कहा कि राज्य का दुर्भाग्य है सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले दिव्यांग छात्रों को पढ़ाने वाले शिक्षकों की सुध लेने वाला कोई नहीं है. हमलोग पिछले 7 साल से अपने नियमितीकरण, वेतनमान वृद्धि सहित कई मांगों को लेकर विभाग और सरकार से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है. और इससे भी बड़ा दुर्भाग्य है कि राज्य के शिक्षा मंत्री को यह जानकारी भी नहीं हैं कि हमलोग कौन हैं. राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में छात्रों को शिक्षित करने की जिम्मेवारी हम लोगों की ही है. वहीं अखलाक अहमद ने कहा कि मानदेय में वृद्धि, पीएफ कटौती, चिकित्सा व समूह बीमा, अनुकंपा राशि और सेवा नियमितीकरण जैसी अन्य मांगों को लेकर संघ विगत 7 वर्षों से संघर्षरत है, किंतु सरकार मांगों को पूरा नहीं कर रही.
ये रहे मौजूद
धरना में संघ के अध्यक्ष गिरिधारी महतो, शोभा सिंह, ब्रजेश कुमार, एसबी पांडेय, संघ के सचिव मनोज कुमार, थॉमस, नीरज मिश्र, रविन्द्र गुप्ता सहित 300 रिसोर्स शिक्षक व थेरेपिस्ट उपस्थित थे.
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