Ranchi : यूजीसी ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट सेंटर में गुरुवार को गुरु दक्षता कार्यक्रम का समापन हुआ . डॉ विनय भरत ने स्टूडेंट साइकोलॉजी पर व्याख्यान देते हुए कहा कि बच्चों के तमाम नैसर्गिक गुणों को समाज बड़ी बेरहमी से कत्ल कर देता है. और फिर जब वे रिवोल्ट करते हैं, तो हम उन्हें असामाजिक करार देते हैं. बच्चा कंफर्टबल होता है. हम उसके कंफर्ट जोन को मार देते हैं. बच्चा बगैर किसी खास कारण के प्राकृतिक तौर से खुश रहता है, जबकि बड़े बगैर कारण दुःखी रहते हैं. बड़े बगैर किसी खास कारण के खुश रहना ही नहीं जानते. जब यही बच्चे कॉलेज में होते हैं, कई दफे हिंसक बना कर हम तक समाज इन्हें भेजता है. हम शिक्षकों का दायित्व है कि इन्हें वापस इनके बचपन में लौटा दें. गलत करने वाले छात्रों को भी एक मौका जरूर दें. कार्यक्रम में देशभर से आये लगभग 50 प्रतिभागी शामिल हुए. कोर्स कॉर्डिनेटर डॉ जितेंद्र कुमार सिंह ने विषय प्रवेश कराया और शिक्षक अजीत मुंडा ने धन्यवाद ज्ञापन किया. इसे भी पढ़ें – झारखंड">https://lagatar.in/jharkhand-stf-officials-and-personnel-will-get-stf-allowance-50-of-the-basic-salary/">झारखंड
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गलत करने वाले छात्रों को भी एक मौका जरूर दें : डॉ विनय भरत

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