- डीसी को पत्र लिखकर कहा- मेरे अस्पताल में इलाजरत मरीजों को दूसरे हॉस्पिटल में करायें शिफ्ट
Jamshedpur: स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को अपशब्द कहने वाले डॉक्टर ओपी आनंद के तेवर बरकरार हैं. अब उन्होंने अपने आदित्यपुर स्थित 111 सेव लाइफ अस्पताल में कोविड मरीजों का इलाज करने से इनकार कर दिया है. साथ ही ओपी आनंद ने जिला प्रशासन से कहा है कि उनके अस्पताल में भर्ती मरीजों को जिला प्रशासन किसी और अस्पताल में शिफ्ट कराये. इसे लेकर उन्होंने सरायकेला-खरसावां के उपायुक्त को पत्र भी लिखा है. ओपी आनंद ने पत्र में लिखा है कि वे फिलहाल अपने अस्पताल में भर्ती मरीजों की देखरेख कर रहे हैं, लेकिन नए मरीजों को तत्काल प्रभाव से भर्ती लेना बंद कर दिया है. वे अब अस्पताल चलाना नहीं चाहते हैं.
सिर्फ इमरजेंसी के मरीजों का ही करेंगे इलाज
डॉ ओपी आनंद ने डीसी को लिखे पत्र में कहा है कि उनके संस्थान पर एफआईआर दर्ज किया गया है, जिसके कारण उन्हें कई तरह की परेशानी हो रही है. इसलिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से आग्रह है कि उनके अस्पताल में इलाजरत कोविड के मरीज को दूसरे अस्पताल में स्थानांतरित किया जाए. इसके साथ ही डायलिसिस कराने वाले मरीज स्वेच्छा से दूसरे स्थान पर अपनी चिकित्सा करा सकते हैं. नए मरीजों का दाखिला तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है. इमरजेंसी होने पर ही मरीजों का इलाज किया जाएगा.
18 मई से अस्पताल प्रबंधन ने लागू कर दिया आदेश
प्रशासन को पत्र लिखने के साथ ही अस्पताल प्रबंधन ने अस्पताल में नोटिस लगाकर यह आदेश 18 मई से लागू कर दिया है. बता दें कि 15 मई को इस अस्पताल में सिविल सर्जन की टीम जांच के लिए पहुंची थी. इस दौरान डॉ ओपी आनंद ने सिविल सर्जन के साथ-साथ स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को भी अपशब्द कहे थे. बाद में जिला स्वास्थ्य विभाग की शिकायत पर डॉ ओपी आनंद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी.