- निरीक्षण के दौरान स्टॉक में अधिक बालू मिलने पर भी हजारीबाग डीएमओ ने नहीं की कार्रवाई.
- अंकित राज ने दो हाईवा के सहारे 1294 ट्रिप बालू की अवैध ढुलाई व बिक्री कर 2.80 करोड़ कमाया.
- CA के यहां से 11.04 लाख नकद व अंकित व उसके सहयोगियों की व्यापारिक गतिविधियों के दस्तावेज मिले थे.
Ranchi : चार्टर्ड एकाउंटेंट (सीए) बादल गोयल के ठिकानों से भी प्रवर्तन निदेशालय (ED) को अंकित व उसको सहयोगियों से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले थे. माइनिंग ऑफिस के निरीक्षण के दौरान पूर्व विधायक अंबा प्रसाद के भाई अंकित राज के सहयोगियों के स्टॉक यार्ड में एक लाख CFT से अधिक अवैध बालू पाया गया था. अंकित राज ने बालू की अवैध कमाई से होने वाली नकदी की गिनती के लिए नोट गिनने वाली मशीन खरीद रखी थी. उसने अपने नाम पर रजिस्टर्ड HYVA से अवैध बालू के कारोबार कर 2.80 करोड़ रुपये कमाये थे. इसे उसके बैंक खातों में नकद जमा किया गया था. हालांकि पूछताछ के दौरान नकद जमा करने वालों की जानकारी होने से इनकार किया.
ईडी ने विधायक अंबा प्रसाद व उसके पारिवारिक सदस्यों की जांच के दौरान हजारीबाग के CA बादल गोयल के ठिकानों पर भी छापा मारा था. CA के ठिकाने से 11.04 लाख रुपये नकद के अलावा अंकित राज व उसके सहयोगियों की व्यापारिक गतिविधियों से संबंधित दस्तावेज मिले थे. CA के ठिकाने से मेसर्स SKS Enterprises, M/S Ankit Raj sand sand stock yard के अलावा अंकित के सहयोगी मनोज दांगी से जुड़े दस्तावेज मिले थे. ईडी ने जांच के दौरान पाया कि मनोज दांगी, विंदेश्वर दांगी, आरूषी इंटरप्राइजेज आदि ने बालू के अवैध कारोबार में अंबा प्रसाद के भाई अंकित राज को मदद किया. अंकित के निर्देश पर अपने स्टॉक यार्ड में अंकित राज द्वारा अवैध खनन से निकाला गया बालू रखा और उसकी बिक्री की.
ईडी ने जांच में पाया कि जिन दोनों हाईवा के सहारे 1294 ट्रिप बालू की अवैध ढुलाई और बिक्री की गयी थी वे अंकित राज के नाम से ही निबंधित है. जिला परिवहन कार्यालय द्वारा ईडी को दी गयी रिपोर्ट के अनुसार JH01X6528 और JH02AU6681 अंकित राज के नाम पर ही निबंधित थे. सिर्फ इन्हीं दोनों हाईवा के सहारे 1294 ट्रिप बालू की अवैध ढुलाई और बिक्री से अंकित राज ने 2.80 करोड़ रुपये कमाये थे.
अंकित राज ने बालू की अवैध कमाई से प्राप्त नकद राशि की गिनती करने के लिए नोट गिनने वाली मशीन भी अपने कार्यालय में रखी थी. अपने हाईवा के सहारे बालू के अवैध कारोबार से उसे 2.80करोड़ रुपये नकद मिले थे. इसे उसके खाते में नकद राशि के तौर पर जमा करायी गयी थी. हालांकि अंकित राज ने पूछताछ के दौरान यह कहा कि उनके खातों में किसने नकद जमा किया, इसकी जानकारी उसे नहीं है.
ईडी ने बालू के अवैध कारोबार में मनोज दांगी, अनिल कुमार, बिंदेश्वर दांगी, आरूषी इंटरप्राईजेज, मुस्कान इंटरप्राइजेज को शामिल पाया. जांच में पाया गया कि जिला खनन पदाधिकारी सहित अन्य अधिकारियों ने निरीक्षण के दौरान अंकित राज के सहयोगियों के स्टॉक यार्ड में एक लाख CFT से अधिक बालू का स्टॉक पाया था. जिला खनन कार्यालय द्वारा मनोज दंगी के स्टॉक यार्ड को छह बार, आरुषी के स्टॉक यार्ड को पांच बार, बिंदेश्वर का आठ बार और मुस्कान का 10 बार निरीक्षण किया था. निरीक्षण के दौरान स्टॉक से अधिक बालू मिलने के आरोप में कार्रवाई की गयी थी.
दस्तावेजों के मुताबिक हजारीबाग के तत्कालीन जिला खनन पदाधिकारी अजीत कुमार ने जून 2022 में मनोज दांगी के स्टॉक यार्ड का निरीक्षण किया था. इसमें 209 CFT बालू कम पाया गया. जिला खनन पदाधिकारी ने दिसंबर में फिर से मनोज दांगी के स्टॉक यार्ड का निरीक्षण किया. इसमें 18,886 CFT बालू अधिक पाया गया. जिला खनन पदाधिकारी ने इस मामले में नोटिस जारी करने के बाद जनवरी 2023 में मनोज दंगी पर 2.80 लाख रुपये का दंड लगाया था. दंड की इस रकम को फरवरी 2023 में जमा कराया गया.
ईडी ने जांच के दौरान आरुषी इंटरप्राइजेज के स्टॉक यार्ड में 42,822 CFT और बिंदेश्वर दांगी के स्टॉक यार्ड में 50,938 CFT बालू अधिक पाया था. स्टॉक यार्ड से जुड़े इन सभी लोगों ने पूछताछ के दौरान अंकित राज द्वारा अवैध खनन कर निकाले गये अवैध बालू को अपने स्टॉक यार्ड में रखने और उसकी बिक्री करने की बात स्वीकार की गई थी.
Leave a Comment