Patna: गंगा नदी में फिर से डॉल्फिन की अटखेलियां दिखाई देने लगी हैं. फतुहा के त्रिवेणी संगम घाट पर डॉल्फिन को देखा जा सकता है. यह लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. इसे करीब से देखने के लिए लोग नाव से संगम के पास पानी में जा रहे हैं. सोमवार को संगम के आसपास एक किलोमीटर के दायरे में 18 से 20 की संख्या में डॉल्फिन अठखेलियां करती दिखीं. इसे देखकर लोगों की खुशी की ठिकाना नहीं रहा. सुबह में 8 से 10 बजे तक या शाम 3 से 5 बजे के बीच में डॉल्फिन को बड़ी संख्या में देखा जा सकता है. इसके अलावा फतुहा के कटैया घाट और मस्ताना घाट पर भी डॉल्फिन दिखाई दे रही है. हालांकि इन दोनों जगह पर कभी-कभी डॉल्फिन दिखाई देती है.
बता दें कि पांच अक्टूबर 2009 को गांगेय डॉल्फिन को राष्ट्रीय जलीय जीव घोषित किया गया था. डॉल्फिन को जलीय जीव घोषित कराने का श्रेय पटना विवि के प्रोफेसर डॉ. आरके सिन्हा को दिया जाता है. इसके बाद इस जीव पर गंभीरता से ध्यान दिया जाने लगा. गांगेय डॉल्फिन नौ माह तक गर्भधारण करती है तथा बच्चे को जन्म देने के बाद दूध पिलाकर बड़ा करती है. नदी की आहार श्रृंखला में सबसे ऊपर रहने वाली डॉल्फिन का जंगल में बाघ की तरह नदी में स्थान है. पटना के गांधी घाट से फतुहा के बीच में करीब दो दर्जन डॉल्फिन है. बताया जाता है कि देश में आधा तथा विश्व में एक तिहाई डॉल्फिन बिहार में है.
इसे भी पढ़ें – हिंदुओं के खिलाफ लोगों को भड़का रहे खड़गे, यह हिंसा का खुला आह्वान : भाजपा
Leave a Reply