Rajeev Srivastava
“वामपंथी” इतिहासकारों ने कितना झूठा इतिहास लिखा है देश का. अब परतें खुल रही हैं धीरे-धीरे. इसीलिए जागे हुए कट्टर हिंदुओं का राज अभी और जारी रहना चाहिए. कम से कम देश और खासकर युवा वर्ग को सच्चा इतिहास तो जानने को मिले. अगर हम छोटी-मोटी बातें जैसे गांधी ने भगत सिंह को बचाने की कोशिश नहीं करी, पटेल और नेहरू एक दूसरे की शवयात्रा में नहीं गए, नेहरू ने चीन को यूएन की सीट दान कर दी पर ध्यान न भी दें तो सिर्फ हिंदू हृदय सम्राट मोदी जी के बारे में ही इन वामपंथियों ने कितना झूठ फैला रखा है.
कभी किसी वामपंथी ने जिक्र तक नहीं किया कि मोदी जी बांग्लादेश की आजादी के लिए जेल गए थे. यह तक नहीं बताया कि मोदी जी भी कभी आंदोलन जीवी थे. आखिर मोदी जी ने ही वामपंथियों की कलई खोल दी. कल देखा कि कलई खुलने पर अलग-अलग शहरों से तेरह वामपंथियों के डूबकर मरने की खबर आई. अब टीवी वाले ऐसे तो कभी बताने से रहे यह खबर. शर्मनाक!! घोर निन्दा!!
कल एक भक्त बहुत आंदोलित दिखा. उसे शक नहीं पूरा यकीन था कि जरूर मोदी जी पाकिस्तान की आजादी के आंदोलन में भी शरीक रहे होंगे. कोरिया की आजादी, जर्मनी की दीवार टूटने, भारत को ओलंपिक में गोल्ड में भी मोदी जी का हाथ होने की गारंटी लेने को तैयार था. उसे तो यह भी शक था कि मोदी जी ने जरूर भारत की आजादी में भी आंदोलन जीवी का रुख अख्तियार किया होगा और इन वामपंथियों ने मोदी जी को नीचा दिखाने के लिए उनकी जन्मतिथि ही बदल दी!! एक बार फिर से घोर निन्दा!!
दूसरा भक्त परेशान था कि हो न हो द्वितीय विश्व युद्ध में मोदी जी के योगदान के बारे में गूगल तक कमीनापन दिखा रहा है. पिचाई वैसे तो मोदी मोदी करते हैं, लेकिन इस सच को छिपा गए. शर्मनाक!! अंदर की खबर है कि भाजपाई आईटी सेल ने मैटेरियल तैयार कर लिया है, जिसमें मोदी जी का द्वितीय विश्व युद्ध और पाकिस्तान की आजादी में योगदान के बारे में विस्तार से बताया गया है. कैसे मोदी जी ने हिटलर को हराने में रूस की मदद की, कैसे पाकिस्तान की आजादी में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया. कैसे मोदी जी आज भी पांचों वक्त के नमाज़ी हैं. अब यह वामपंथी क्या करेंगे ?
वामपंथी इतिहासकारों को
गोली मारो … को!!
वामपंथियों को अब समझा गया होगा की झूठ चार दिन ही टिकता है. आखिर सत्य की ही विजय होती है.
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