New Delhi : डॉ एम श्रीनिवास दिल्ली स्थित ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एम्स) के नये निदेशक बनाये गये हैं. शुक्रवार दोपहर इसकी घोषणा की गयी. उन्होंने डॉ रणदीप गुलेरिया की जगह ली है. डॉ एम श्रीनिवास एम्स दिल्ली के पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग में कार्यरत थे. इस समय इसीआइएस हैदराबाद में डेप्यूटेशन पर तैनात थे. एसिक मेडिकल कॉलेज एडं हॉस्टिपटल, हैदराबाद के डीन थे. उन्होंने अब डॉ रणदीप गुलेरिया की जगह ली है. वे देश के स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स में से एक माने जाते हैं.
मोदी की अध्यक्षता वाली समिति ने किया है चयन
डॉक्टर गुलेरिया का कार्यकाल 24 मार्च को समाप्त होने वाला था, लेकिन उनके कार्यकाल को 24 जून 2022 तक तीन महीने के लिए बढ़ा दिया गया था, क्योंकि प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाला पैनल प्रमुख पद के लिए उम्मीदवारों की जांच की प्रक्रिया में था. नए डायरेक्टर के नाम पर अंतिम निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने किया है. इस समिति के सदस्यों में दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति योगेश सिंह, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, जैव प्रौद्योगिकी विभाग सचिव राजेश एस. गोखले, सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के विजय राघवन शामिल हैं.
डॉ. रणदीप गुलेरिया को दो बार सेवा विस्तार मिला था
डॉ. रणदीप गुलेरिया ने 28 मार्च 2017 को एम्स दिल्ली के निदेशक का पद संभाला था. उन्हें इस पद पर दो बार सेवा विस्तार मिला था, जो शुक्रवार को खत्म हो गया. नये निदेशक के चयन के लिए पहले से प्रक्रिया जारी थी, जिसमें डॉ श्रीनिवास का नाम तय किया गया.
कोरोना काल से डॉ गुलेरिया को मिली थी अलग पहचान
एम्केस निदेशक के तौर पर डॉ गुलेरिया का कोरोना को लेकर दिए सुझाव ना केवल लोगों ने माना, बल्कि कई तरह से भ्रम को डॉ गुलेरिया ने अपना साफगाई से दूर भी किया. पेशे से प्लमोलॉजिस्ट डॉ गुलेरिया ने प्रदूषण से फेफड़े पर पड़ने वाला दुष्प्रभावों के बारे में काफी गहन अध्ययन भी किया है. तीसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी के मुद्दे पर गुलेरिया के ऑक्सीजन की कमी वाले ट्वीट पर सियासी तीर भी चले थे. डॉ. गुलेरिया डायरेक्टर बनने से पहले एम्स में फेफड़े से संबंधित रोगों के एचओडी रहे हैं. उन्होंने खुद पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का इलाज भी किया है. इसके अलावा गुलेरिया देश के पहले ऐसे डॉक्टर हैं, जिनके पास प्लमनरी मेडिसिन और क्रिटिकल केयर में डॉक्टरेट ऑफ मेडिसिन की डिग्री है.
इसे भी पढ़ें – मुख्तार अंसारी को गैंगस्टर केस में 5 साल की सजा, दो दिन पूर्व जेलर को धमकाने के मामले में मिल चुकी है सात साल की सजा
Subscribe
Login
0 Comments