Jamshedpur (Sunil Kumar Pandey): पूर्वी सिंहभूम जिला सुखाड़ की ओर बढ़ रहा है. जून माह को छोड़कर जुलाई एवं अगस्त माह में औसत से काफी कम वर्षा हुई है. जिसके कारण धान की फसल को बचाना अब किसानों के लिए चुनौती बन गई है. पर्याप्त वर्षा नहीं होने से धान की फसल जल जा रही है. इसके पीछे जिले में सिंचाई की पर्याप्त सुविधा का नहीं होना भी बड़ा कारण है. ज्यादातर किसान बारिश पर ही निर्भर हैं. अगर सितंबर में भी यही हाल रहा तो जिला सुखाड़ की चपेट में आ सकता है.
अगस्त में 291.8 एमएम वर्षा होनी चाहिए थी, हुई सिर्फ 106.8 एमएम
मानसून के शुरूआती (जून माह) दौर में जिले में पर्याप्त वर्षा हुई. जिसके कारण धान का बिचड़ा लगाने एवं धान की रोपनी जिले में समय पर हो गई. कृषि विभाग के अनुसार पूरे जुलाई माह में जिले में धान की रोपनी हुई. जो 1.10 लाख हेक्टेयर (लक्ष्य) से मात्र 9925 हेक्टेयर ही कम है. अब उस फसल को बचाना चुनौती बन गई है. जिला कृषि पदाधिकारी राजीव कुमार मिश्रा ने बताया कि धान की फसल के लिए खेतों में पर्याप्त नमी (पानी ) का होना जरूरी है. पानी नहीं रहने से फसल सुखने का डर है. जिससे पैदावार प्रभावित होगी. उन्होने कहा कि अगस्त माह में 291.8 एमएम वर्षा होनी चाहिए थी. लेकिन इस माह केवल 106.8 एमएम वर्षा ही हुई है. जो लक्ष्य के आधे से भी कम है. यही स्थिति जुलाई माह में भी थी. जुलाई माह में वर्षा का लक्ष्य 316.4 एमएम था. जिसके अनुपात में 263.8 एमएम ही वर्षा हुई. उन्होंने कहा कि झारखंड के किसानों की मानसून पर ही निर्भरता ज्यादा होती है. ऐसे में अगर सितंबर माह में बादल नहीं बरसे तो सुखाड़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है.
दलहन-तेलहन की बुआई 50%से भी कम हुई
पूर्वी सिंहभूम जिले में खरीफ फसलों में दलहन, तेलहन एवं मक्का की भी खेती होती है. मक्का को छोड़कर दलहन एवं तेलहन की खेती लक्ष्य का 50 प्रतिशत से भी कम हुई है. इसका प्रमुख कारण शुरुआती दौर में अत्यधिक वर्षा का होना है. जिले में दलहन का लक्ष्य 22 हजार 200 हेक्टेयर भूमि पर लगाने का था. लेकिन 9516 हेक्टेयर भूमि पर ही फसल लगी. इसी तरह तेलहन (मुंगफली, तिल, सोयाबीन, सरगुजा एवं अंडी) की बुआई का लक्ष्य 2650 हेक्टेयर भूमि पर था. लेकिन जिले में मात्र 320 हेक्टेयर भूमि (12 प्रतिशत) पर ही तेलहन की फसल लग पायी.
खरीफ फसल का लक्ष्य एवं बुआई
(सभी आंकड़े हेक्टेयर में)
फसल लक्ष्य बुआई
धान 110000 108075
मक्का 11820 7110
दलहन 22200 9516
तेलहन 2650 320.