पुलिस ने इन मुकदमों के 208 आरोपियों के खिलाफ 4175 पन्ने में आरोपपत्र दाखिल किया है.
Sambhal : यूपी की संभल हिंसा में बड़ा खुलासा हुआ है. बताया जाता है कि दुबई में बैठे हथियार सप्लायर और हवाला ऑपरेटर शारिक साठा की संभल हिंसा में बड़ी भूमिका थी. यह बात संभल पुलिस द्वार गिरफ्तार किये गये गुलाम शाह ने कही है. गुलाम शाह ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि संभल से 23 नवंबर 2024 को दुबई में बैठे शारिक साठा को एक फोन किया गया था. उसे संभल के हालात के बारे में जानकारी दी गयी थी.
संभल हिंसा मामले में दर्ज मुकदमों में से छह में पुलिस ने कल गुरुवार को कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है. पुलिस ने इन मुकदमों के 208 आरोपियों के खिलाफ 4175 पन्ने में आरोपपत्र दाखिल किया है. आरोप पत्रों में से चार संभल कोतवाली में दर्ज मुकदमों के और दो नखासा थाने में दर्ज केस के हैं.
शारिक साठा के कई गुर्गे संभल में मौजूद थे
पुलिस को जो जानकारी मिली उसके अनुसार शारिक साठा के कई गुर्गे संभल में मौजूद थे. साठा ने अपने गुर्गों को लोगों को हथियार सप्लाई करने को कहा था. साथ ही कहा था कि सर्वे(संभल मस्जिद) किसी भी हालत में नहीं होना चाहिए. उसने वकील की हत्या करने को कहा था. जानकारी के अनुसार शारिक साठा संभल का रहने वाला है.
शारिक पर 50 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. साठा दिल्ली से फर्जी पासपोर्ट बनवाकर दुबई भाग गया था. खुफिया एजेंसियों का कहना है कि शारिक साठा दाऊद इब्राहिम गैंग से जुड़ा हुआ है. वह संभल में हवाला के जरिए पैसे इधर-उधर भेजता है.
शारिक साठा के गुर्गों ने पुलिस और भीड़ पर फायरिंग की थी
पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि दुबई में बैठे मोस्ट वांटेड क्रिमिनल और डी गैंग के अपराधी शारिक साठा के गुर्गों ने पुलिस और भीड़ पर फायरिंग की थी. उन अपराधियों की गोली से ही भीड़ में शामिल लोगों की मौत हुई थी. वकील को मारकर आरोपी बड़ा दंगा करवाना चाहते थे. पुलिस के अनुसार भीड़ में शामिल लोगों की हत्या कर पुलिस को बदनाम करने की साजिश रची गयी थी, ताकि दंगा भड़के.
संभल की अदालत ने मस्जिद का सर्वेक्षण करने का आदेश पारित किया था
मामला यह है कि 19 नवंबर, 2024 को संभल की एक अदालत ने हिंदू पक्ष की याचिका पर सुनवाई के बाद मस्जिद का सर्वेक्षण करने का आदेश पारित किया था. हिंदू पक्ष की याचिका में दावा किया गया था कि संभल की जामा मस्जिद का निर्माण मुगल सम्राट बाबर ने 1526 में एक मंदिर को ध्वस्त करने के बाद किया था
संभल की जामा मस्जिद के हरिहर मंदिर होने का दावा
सिविल जज सीनियर डिवीजन आदित्य कुमार की कोर्ट में संभल की जामा मस्जिद के हरिहर मंदिर होने का दावा किया गया था. इसी दिन न्यायालय ने रमेश सिंह राघव को कोर्ट कमिश्नर नियुक्त कर दिया था. उन्होंने शाम को मस्जिद का सर्वे शुरू किया
24 नवंबर को दूसरे दौर के मस्जिद सर्वेक्षण के दौरान इसका विरोध कर रहे स्थानीय लोगों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प शुरू हो गयी थी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गयी थी. 29 पुलिसकर्मी घायल हो गये थे.
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