Dumaria (Sanat Kr. Pani) : डुमरिया प्रखंड की कांटाशोल पंचायत अन्तर्गत घागदा में मंगलवार को छह मौजा के ग्रामीणों द्वारा अष्टकोशी गोरगोड़िया सेंन्दरा समिति की ओर से 48वां सेंन्दरा पर्व धूमधाम से मनाया गया. ग्राम दिहरी (नायके) रुही सबर ने पहाड़ के देवी-देवताओं की पूजा अर्चना कर गांव में सुख शांति, अच्छी बारिश व फसल, जंगल में पशु पक्षियों की वृद्धि होने एवं समाज के सर्वांगीण विकास के लिए कामना की. ग्राम प्रधानों ने कहा कि सेंन्दरा पर्व आदिवासियों की परम्परा है. गोरगोड़िया बुरु सेंन्दरा वीर शिकार करने के बाद दोपहर खाली हाथ गिपितिज टांडी (विश्राम स्थल) पहुंचे. गिपितिज टांडी में समाज के लोगों के साथ विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई. यहां दूर दराज से सिंगराई नाच दल एवं काड़हा टामाक दल ने कार्यक्रम प्रस्तुत किए.
इसे भी पढ़ें : चाकुलिया : बालीबांध फीडर लाइन में बुधवार को तीन घंटे तक बिजली रहेगी बाधित
सिंगराई नाच के विजेताओं को किया गया पुरस्कृत
सेंदरा पर्व में झारखंड, ओडिशा से लोग शामिल हुए. सिंगराई नाच में प्रथम पुरस्कार पुनडबाद (झारखंड), द्वितीय तोवादा (झारखंड), तृतीय केन्दुआ (झारखंड), चतुर्थ रांगामटिया (झारखंड), भावराबेड़ा (ओडिशा), पाड़सा (झारखंड) ने प्राप्त किया. काड़हा टामाक दल में प्रथम पुरस्कार चापल (ओडिशा), द्वितीय कुदुरघाटी (ओडिशा) एवं तृतीय सुर्याबेड़ा (ओडिशा) को भेड़ा और मुर्गा देकर सम्मानित किया गया. मौके पर कांटाशोल पंचायत समिति सदस्य सालगे हेम्ब्रम, वार्ड सदस्य, छह मौजा के ग्राम प्रधान, आयोजन समिति के रघुनाथ हेम्ब्रम, मंगल हेम्ब्रम, सुराई सोरेन, रामचन्द्र सोरेन, गुलिया हेम्ब्रम, शंकर सोरेन, भादो हेम्ब्रम, भोजराय मार्डी, नारान हेम्ब्रम, पिरु मुर्मू, गोपाल टुडू समेत सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे.