Dumaria (Sanat Kr Pani) : डुमरिया प्रखंड अंतर्गत कुमड़ाशोल पंचायत के पुनासीबाद गांव के प्राथमिक विद्यालय को सरकार ने दूसरे विद्यालय में विलय कर दिया. इसके कारण यहां के बच्चों की पढ़ाई बाधित होने लगी. क्योंकि बच्चों को डेढ़ किलोमीटर दूरी तय कर स्कूल जाना पड़ता था. ऐसे में ग्रामीणों ने पुनीसाबाद में निजी स्तर से स्कूल खोलने का निर्णय लिया. दस गांव के ग्रामीण श्रमदान से स्कूल के लिए कच्चा मकान बनाने में जुट गये हैं. रविवार को अनेक ग्रामीण श्रमदान किया. जानकारी के मुताबिक कुछ वर्ष पूर्व इस गांव के प्राथमिक विद्यालय को दूसरे स्कूल में विलय कर दिया गया. इसके कारण गांव के छोटे बच्चों को पढ़ाई में परेशानी हो रही थी. आसपास के दस गांव के ग्रामीणों ने इसको लेकर बैठक की और अपने स्तर से स्कूल की स्थापना का निर्णय लिया. पंडित रघुनाथ मुर्मू संथाली मॉडल स्कूल के नाम से स्कूल की स्थापना की गई.
इसे भी पढ़ें : बालूमाथ : कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में कक्षा 6 के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू
शिक्षित युवकों ने बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेवारी उठाई
इस स्कूल में आसपास के शिक्षित युवकों ने बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेवारी उठाई है. बच्चों को पढ़ाने के लिए लकड़ी और पुआल से झोपड़ी नुमा मकान श्रमदान से बनाया जा रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि छोटे बच्चे पढ़ाई के लिए दूर नहीं जाना चाहते. सरकार ने यहां के प्राथमिक विद्यालय का विलय कर यहां के बच्चों का भविष्य खतरे में डाल दी है. गांव में अधिकांश लोग मजदूर हैं. गांव के बच्चों की प्राथमिक पढ़ाई सही तरीके से हो पाये इसके लिए सभी ग्रामीण प्रयास कर रहे हैं. इस मौके पर दस मौजा प्रधान लक्ष्मण हांसदा, राम किस्कू, गालु मुर्मू, सोवान टुडू, जितेन किस्कू, हिंदुराम मुर्मू, रामु सोरेन, कांद्रा सोरेन, दुर्गा चरण टुडू, स्वरुप टुडू समेत पुनासीबाद, पड़सा, मनोहरपुर, कालिमाटी, निश्चिंतपुर, दामुडिह, छोटाबोतला, माड़ोतोलिया के ग्रामीण उपस्थित थे.
Leave a Reply