Dumka : 22 दिसंबर को दिसोम मांझी थान व जाहेर थान समिति ने 166 वा संथाल परगना स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया. इस अवसर पर मुख्य संरक्षक चंद्रमोहन हांसदा ने कहा कि अमर शहीद सिद्धू-कान्हू, चांद भैरव और फूलो झानो के नेतृत्व में ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ 1855 ईस्वी में हूल क्रांति हुई थी. हम सभी को हूल क्रांति से प्रेरणा लेकर सामाजिक स्तर पर एकजुट होकर जनांदोलन छेड़ना होगा.
समाजसेवी सतीश सोरेन ने संथाल हूल क्रांति पर सविस्तार विचार रखे. उन्होंने युवाओं को आह्वान किया कि युवाओं के नेतृत्व के सामाजिक और राजनीतिक परिवर्तन संभव है. मौके पर सुभाष चंद्र सोरेन, चेतन किस्कू, रामप्रसाद हांसदा, सुशील मरांडी, राजेंद्र टुडू, बबलू टुडू के अलावा अन्य मौजूद थे.
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