Dumka : जरमुंडी थाना क्षेत्र के भालकी गांव में पेट्रोल डालकर जिंदा जलाई गई युवती की मौत पर राजनीति तेज है. आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है. 8 अक्टूबर को गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे मृतका के गांव भालकी पहुंचे. स्थानीय विधायक बादल पत्रलेख 7 अक्टूबर को रातभर इस गांव में रहे. जामा विधायक सीता सोरेन रिम्स रांची पहुंची थीं. सांसद ने युवती के शव को लेकर सड़क पर प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों से बातचीत की. बातचीत के बाद ग्रामीण सड़क पर से हट गए. पूर्व मंत्री लुईस मरांडी, देवेंद्र कुंवर और अन्य भाजपा नेता भी सांसद के साथ थे.
हेमंत सरकार पर निशाना साधते हुए सांसद ने कहा कि हाल की घटनाओं से साबित हो चुका है अपराधियों में पुलिस का भय नहीं है. अपराधी पकड़े जाने पर छोड़ दिए जाते हैं. एसडीपीओ नूर मुस्तफा जैसे पुलिस अधिकारियों को सरकार संरक्षण देती है. ऐसे में आपराधिक घटनाएं बढ़ेगी ही.
सांसद ने कहा कि दुमका जिले में बांग्लादेशी घुसपैठियों का जमावड़ा लगा है. यहां ग्रूमिंग गैंग एक्टिव है. नूर मुस्तफा जैसे पुलिस अधिकारी घुसपैठिए को सहयोग करते हैं. यही वजह है दुमका में हिंसात्मक घटनाओं में इजाफा हुआ है. महिलाएं और बच्चे अपने घर में ही सुरक्षित नहीं हैं. दुमका के लोगों ने शिबू सोरेन परिवार को बहुत कुछ दिया. मंत्री से लेकर सांसद व विधायक बनाया. अब वक्त आ गया है शिबू सोरेन परिवार यहां से बोरिया-बिस्तर बांध ले.
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