‘इंडिया’ के तमाम मंत्री-विधायक और नेता को डुमरी में करेंगे कैंप
31 अगस्त से 3 सितंबर तक डुमरी में ‘इंडिया’ का चलेगा धुवांधार प्रचार अभियान
बाबूलाल और सुदेश महतो को काउंटर करने के लिए भोकल विधायकों को लगाया जायेगा
Kaushal Anand Ranchi : डुमरी उपचुनाव का नाम वापसी की तारीख 21 अगस्त को खत्म होते ही एनडीए का प्रचार अभियान शुरू हो चुका है. आजसू प्रत्याशी के लिए खुद सुदेश महतो डुमरी का मोर्चा संभाल चुके हैंं. बाबूलाल मरांडी की भी एक चुनावी सभा डुमरी में हो चुकी है. जिसमें सीधे तौर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन निशाने पर आ रहे हैं. ईडी के समन और कानूनी दांव-पेंच के बीच अब तक हेमंत सोरेन नामांकन के दिन एक सभा को छोड़ कर अब तक डुमरी की ओर मुखातिब नहीं हुए हैं. अब यह उपचुनाव मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया है. इसलिए हेमंत सोरेन ने ‘इंडिया’ गठबंधन के तमाम मंत्री और विधायकों को इस चुनाव में झोंकने का मन बना लिया है. स्टार प्रचारकों की सूची पहले ही तैयार कर ली गयी है. जो स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल नहीं है, उन्हें भी इस चुनाव में उतारने की तैयारी पूरी कर ली गयी है.
31 से 3 सितंबर तक होगा चुनावी प्रचार
30 अगस्त को रक्षा बंधन के बाद 31 अगस्त से 3 सितंबर तक सीएम समेत अन्य गठबंधन दल के नेताओं का धुआंधार चुनावी प्रचार और सभा होगा. सीएम के अतिरिक्त अन्य मंत्रियों और विधायक भी अलग-अगल कई चुनावी सभा को संबोधित करेंगे. इसके साथ ही चुनावी प्रचार का समय समाप्त होने के बाद डुमरी में प्रवास करेंगे और अपने-अपने स्तर से वोटरों से व्यक्तिगत संपर्क स्थापित करेंगे.
गठबंधन के मंत्री-विधायक और नेता
झामुमो खेमे से मिली जानकारी के अनुसार, अब चुनाव बहुत ही निकट है. 5 सितंबर को वोट डाले जायेंगे. यानी की 3 सितंबर की शाम को चुनावी प्रचार समाप्त हो जायेगा. इसको देखते हुए झामुमो ने गठबंधन दल के सभी दल मंत्री-विधायक और नेताओं को डुमरी में कैंप करने का निर्देश दिया है. साथ ही जल्द ही गठबंधन दल के नेताओं की साझा चुनावी प्रचार सभा का भी शिड्यूल जारी कर दिया जायेगा. चुनावी सभा के अतिरिक्त गठबंधन दल के अन्य नेता डुमरी में रहकर घर-घर कैंपनिंग भी करेंगे. इसका शिड्यूल भी तैयार किया जा रहा है.
बाबूलाल और सुदेश को काउंटर करने के लिए वोकल नेताओं को दिया जायेगा मोर्चा
अब तक चुनावी अभियान में हेमंत सोरेन, बाबूलाल मरांडी और सुदेश महतो के निशाने पर रहे हैं. इन्हें काउंटर करने के लिए हेमंत सोरेन और झामुमो के रणनीतिकारों ने वोकल नेताओं को चुनावी मैदान में उतारने की रणनीति बनाई है. जिसमें कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव, कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की, झामुमो विधायक सुदिव्य कुमार सोनू, समीर मोहंती, नेहा शिल्पी तिर्की, दीपिका सिंह पांडेय, माले विधायक विनोद सिंह आदि शामिल हैं. ये नेता न केवल अच्छे वक्ता हैं, बल्कि डाटा-आंकड़ा के साथ एनडीए को घेरने का माद्दा रखते हैं. [wpse_comments_template]
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