बीस लाख मीट्रिक टन छाई जमा रखने की क्षमता
यहां डीवीसी के द्वारा दो ऐश पौंड बनाए गए है. दोनों की क्षमता दस-दस लाख मीट्रिक टन है. दोनों डैम मिलाकर बीस लाख मीट्रिक टन छाई जमा रखने की क्षमता है, बोकारो थर्मल प्लांट के मुख्य अभियंता सह परियोजना प्रधान सुशांत शानिग्रही ने बताया कि पौंड से छाई फेंकने की जगह मिल गई है. 7 जनवरी से ही सीसीएल के बीएंडके के बंदखुली खदान में छाई गिराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि चूंकि ऐश डैम में छाई भर गया था, इसलिए उसे खाली करना जरूरी था. ऐश डैम को खाली करने के साथ ही प्लांट को लाइट अप किया गया, देर रात से उत्पादन शुरु हो गया है.प्रतिदिन तीन हजार मीट्रिक टन छाई
बता दें कि पांच सौ मेगावाट विद्युत उत्पादन क्षमता वाले बोकारो थर्मल के ए प्लांट से प्रतिदिन लगभग तीन हजार मीट्रिक टन छाई निकलती हैं. जिसमें पानी मिश्रित कर उसे पाइप के द्वारा ऐश पौंड तक भेजा जाता है. प्लांट से छाई का निकलना और डैम में जमा होना डीवीसी की स्थाई प्रक्रिया है. छाई को डैम से निकालकर आसपास के सीसीएल के खदान में गिराया जाता है. यह भी पढें : नौकरी">https://lagatar.in/bermo-ccl-displaced-forced-to-starve-due-to-lack-of-job/">नौकरीनहीं मिलने से सीसीएल विस्थापित भूखे मरने को विवश [wpse_comments_template]

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