NewDelhi : बंगाल की खाड़ी में इस समय चक्रवात फेंगल बना हुआ है और अगले एक या दो दिनों में इसके तेज होने की आशंका है. आईएमडी ने इसे लेकर येलो अलर्ट जारी किया है वहीं नौसेना ने भी अपनी ओर से तैयारी पूरी कर ली है. तमिलनाडु के तट पर इस चक्रवात के प्रभाव की आशंका को देखते हुए नौसेना राज्य प्रशासन के साथ समन्वय करके संवेदनशील क्षेत्रों में सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है. पूर्वी नौसेना कमान ने मुख्यालय तमिलनाडु और पुदुचेरी नौसेना क्षेत्र संग मिलकर चक्रवात के संभावित प्रभावों को कम करने के लिए काम कर रहा है. वाहनों को भोजन, पीने के पानी और दवाओं सहित आवश्यक राहत सामग्री से भरा जा रहा है, जबकि विशेष बाढ़ राहत दल को संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात किया जा रहा है.
IMD Weather Warning (28-11-2024): Heavy rainfall likely to occur over Tamil Nadu, puducherry & Karaikal today .#heavyrainfall #imdweatherupdate #imd #weather #tamilnadu @moesgoi @ndmaindia @airnewsalerts @DDNewslive@tnsdma pic.twitter.com/oYocE0eD5U
— India Meteorological Department (@Indiametdept) November 28, 2024
The Deep Depression over Southwest Bay of Bengal remained practically stationary during past 06 hours and lay centred at 0830 hours IST of today, the 28th November 2024 over the same region near latitude 9.1°N and longitude 82.1°E, about 110 km east-northeast of Trincomalee, 310… pic.twitter.com/2V0JS8Y1S8
— India Meteorological Department (@Indiametdept) November 28, 2024
गोताखोर टीमों को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है
गोताखोर टीमों को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है, जो आवश्यकता पड़ने पर आपातकालीन बचाव मिशन करने के लिए तैयार हैं. चक्रवात फेंगल के अगले 48 घंटों में तेज होने का अनुमान है. तमिलनाडु के तटीय क्षेत्रों में भारी वर्षा, तेज हवाएं और संभावित बाढ़ आने की उम्मीद जताई जा रही है. अधिकारियों ने निचले इलाकों और तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षा सलाह का पालन करने की अपील की है. भारतीय नौसेना स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रही है और चक्रवात फेंगल के दौरान प्रभावित लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय है. राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने टीआर पाटिनम और कराईकल सहित संवेदनशील क्षेत्रों का निरीक्षण किया है. स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर टीम जोखिम आकलन और प्रभावित क्षेत्रों में निवासियों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा उपायों को लागू करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है.
मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मछुआरों को चेतावनी जारी करते हुए उन्हें समुद्र में न जाने की सलाह दी है, क्योंकि दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने गहरे दबाव के क्षेत्र के 28 नवंबर की शाम से 29 नवंबर की सुबह के बीच चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका है. बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम में बना गहरा दबाव क्षेत्र उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है और अगले 12 घंटों में इसके चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका है. चक्रवात के कारण इंडिगो एयरलाइंस ने यात्रियों को सूचित किया है कि चेन्नई, तूतीकोरिन, मदुरै, तिरुचिरापल्ली और सलेम से आने-जाने वाली उड़ान सेवाएं प्रभावित होंगी. एयरलाइन ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण उड़ान संचालन के बारे में अपडेट की जांच करते रहें.
तमिलनाडु के कई जिलों में भारी बारिश शुरू
बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवात फेंगल एक-दो दिनों में तमिलनाडु तट पर पहुंच जायेगा. इस चक्रवात के पहुंचने से पहले ही चेंगलपेट समेत 5 जिलों चेंगलपेट, कांचीपुरम, कडलूर, तिरुवल्लुर,मईलाडुदुरै और नागपट्टिनम में भारी बारिश शुरू हो गयी है. आईएमडी के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरा दबाव पिछले 6 घंटों के दौरान 2 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर की ओर बढ़ा है. यह अक्षांश 9.1°एन और देशांतर 82.1°ई के पास, त्रिंकोमाली से लगभग 110 किमी पूर्व-उत्तरपूर्व में स्थित है. मौसम विभाग के मुताबिक, यह श्रीलंका के तट के साथ उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ता रहेगा और अगले 12 घंटों के दौरान एक चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा. इसके बाद, यह उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ना जारी रखेगा और 30 नवंबर की सुबह के आसपास एक गहरे दबाव के रूप में कराईकल और महाबलीपुरम के बीच उत्तर तमिलनाडु-पुदुचेरी तटों को पार करेगा.
चेन्नई और आसपास के जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है
इस दौरान 50-60 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है, जो बढ़कर 70 किमी प्रति घंटे तक पहुंच जाएगी. चेन्नई और आसपास के जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है, जबकि डेल्टा जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है, जिसमें भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका है. मौसम विभाग के अनुसार, डेल्टा क्षेत्र के कुड्डालोर और मयिलादुथुराई में गुरुवार को 24.4 सेमी से अधिक बारिश हो सकती है. कांचीपुरम, कुड्डालोर, चेंगलपट्टू, विल्लुपुरम और पुडुचेरी जैसे जिलों में अलग-अलग स्थानों पर 24 सेमी तक भारी बारिश होने की संभावना है. किसी भी हालात से निपटने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 17 टीमों को पहले ही तैनात कर दिया गया है.