-कांग्रेस मुक्त भारत बनाने का दावा करने वाली भाजपा ने कांग्रेस युक्त भाजपा बना डाला - भाजपा में 740 सांसद-विधायक कांग्रेस एवं अन्य दलों के - किसान मांगते हैं एमएसपी, सरकार देती है अडानी-अंबानी को ऑफर -10 साल में देश में हर चीज की पारिभाषा दी बीजेपी सरकार ने - अब 24 में बिना इलेक्शन खुद को पीएम घोषित कर चुनाव की नयी पारिभाषा गढ़ रहे Ranchi: झामुमो ने भाजपा और केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. पार्टी ने भाजपा के अधिवेशन में पीएम मोदी के बयान पर कटाक्ष किया. सुप्रियो ने कहा कि उन्हें 2024 में बिना चुनाव लड़े और चुनाव जीते ही विदेशों से आमंत्रण मिल रहे हैं यह बयान बहुत ही हास्यापद है. पीएम लोकतंत्र का मखौल उड़ा रहे हैं. पीएम मोदी के इस दावे के पीछे की सच्चाई कुछ और ही है. इलेक्शन कमीशन तो केवल चुनाव की तिथि घोषित करेगी, मगर चुनाव तो असल में इंफोर्समेंट डिपार्टमेंट कराएगा. जिसकी पटकथा पिछले दो सालों से लिखी जा रही है. झारखंड सहित कई राज्य इसके उदाहरण हैं. जो भाजपा कांग्रेस मुक्त भारत बनाने का नारा देते रही दरसअल वह कांग्रेस युक्त भाजपा बन कर रही गयी. देश में 740 सांसद-विधायक ऐसे हैं जो कांग्रेस अन्य क्षेत्रीय दलों से गए. उन्होंने कहा कि मोदी जी को भले ही बिना चुनाव लड़े विदशों से आमंत्रण मिल रहा हो, मगर हमारे हेमंत जी को पूरे देश के आदिवासी, युवा, पिछड़े, अल्पसंख्यक बुला रहे हैं. बहुत जल्द हेमंत भी पूरे देश में जाएंगे. उक्त बातें पार्टी प्रधान महासचिव एवं प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने पार्टी कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान कही.
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गांधी का फैसला, कांग्रेस के लिए नुकसानदेह वास्तव में पीएम मोदी के आने के बाद देश में बहुत कुछ बदल गया
भट्टाचार्य ने कहा कि विगत दस साल के शासन में मोदी जी ने कई चीजों की परिभाषा बदल डाली. 2014 में मोदी जी ने कहा, हमारे आने के बाद देश में बहुत कुछ नया होगा. देश बदल जाएगा. 2019 में कहा था कि क्या खाना, क्या नहीं खाना है. क्या पहनना है, क्या नहीं पहनना है. क्या पढ़ना है, क्या नहीं पढ़ना है. क्या सुनना है क्या नही सुनना है. विपक्ष मतलब भ्रष्टाचारी और जो भाजपा में है सदाचारी. जो शासन के हां में हां मिलाए वह राष्ट्रवादी. जो शासन का विरोध करे वह देशद्रोही. जो भाजपा के साथ चल जाए और डिप्टी सीएम, मंत्री और जो उनके साथ न जाए उसकी जगह जेल.
अब किसान धान-गेंहू नहीं अडानी-अंबानी के लिए कपास और दाल उगाएंगे
भट्टाचार्य ने कहा कि देश में दूसरा किसान आंदोलन शुरू हो चुका है. किसानों को नजरबंद कर दिया गया है. किसान सरकार से एमएसीपी मांगते हैं तो सरकार उन्हें इनोवेशन एग्रीकल्चर का प्रस्ताव देती है. यानी कि किसान धान, मक्का और गेंहू की खेती नहीं अडाणी और अंबानी के लिए दाल और कपास की खेती करें. यानी जनता कपास खाए और दाल पीये. अजीब स्थिति इस देश में पैदा की जा रही है.
संसद भवन शिलान्यास और उदघाटन में दिख गया भाजपा का आदिवासी- दलित प्रेम
भट्टाचार्य ने भाजपा के आदिवासी एवं दलित प्रेम का उपहास उड़ाते हुए कहा कि एक दलित को राष्ट्रपति बनाकर संसद भवन के शिलान्यास में उन्हें नहीं बुलाया गया, वहीं एक आदिवासी को राष्ट्रपति बनाकर उसे संसद भवन उदघाटन में नहीं बनाया गया. एक आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनाकर उसे राष्ट्रपति भवन में कैद कर दिया गया. इसलिए भाजपा का आदिवासी और दलित प्रेम किसी से छिपा नहीं रह गया.
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की न्यूज डायरी।।19 FEB।।अभ्यर्थियों ने निकाली JSSC की अर्थी।।टेरर फंडिंगः मुख्य आरोपी ब्रजेश भूमिगत।।झारखंड में मौसम ने ली करवट।।बिहारः तेजस्वी की विश्वास यात्रा पर सियासत।।यूपीः कल्कि मंदिर का पीएम मोदी ने किया शिलान्यास।।समेत कई खबरें और वीडियो।। झारखंड को लेकर सीट शेयरिंग पर बन गयी है सहमति, बहुत जल्द सीट और संभावित प्रत्याशियों का होगा एलान
सुप्रियो भट्टाचार्य एक सवाल के जवाब में कहा कि झारखंड को लेकर लोकसभा चुनाव के सीट शेयरिंग पर सहमति बन चुकी है. जो फॉर्मूला रखा गया था, उस पर सहमति बन गयी है. जल्द सीट और संभावित प्रत्याशियों का एलान कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि बस बिहार और उड़ीसा में थोड़ा पेंच फंसा है...जिसे जल्द ही सुलझा लिया जाएगा. उड़ीसा में लोकसभा के साथ-साथ विधानसभा के भी चुनाव होने हैं. इसलिए थोड़ा पेंच फंसा है. बंगाल पर भी सहमति बहुत जल्द बन जाएगी. [wpse_comments_template]