में 18 मई से फिर झुलसायेगी धूप, येलो अलर्ट जारी
कल भी हुई थी पूछताछ
इससे पहले मंगलवार को दिन के 10.45 बजे हिनू स्थित ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचे. कागजी औपचारिकता पूरी करने के बाद ईडी के अधिकारियों ने उनसे उनके आप्त सचिव संजीव लाल और निजी सहायक जहांगीर के बारे में पूछताछ की थी. मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि निजी सहायक जहांगीर के पास करोड़ों रुपये होने की जानकारी नहीं थी. जहांगीर गलत कार्यों में लिप्त था, इसकी भी जानकारी उन्हें नहीं थी. इसके अलावा विभाग में हो रही कमीशनखोरी के बारे में भी उन्हें नहीं पता. ईडी के अधिकारियों ने मंत्री से कमीशनखोरी से जुड़े कई सवाल पूछे. अधिसंख्य सवाल के जवाब में मंत्री ने अपनी अनभिज्ञता जतायी. हालांकि वीरेंद्र राम से जुड़े सवालों में वह घिर गये. पूछताछ के दौरान अधिकारियों ने मंत्री को पीएमएलए की धारा 50 के तहत दिये जानेवाले बयान और उसके कानूनी महत्व की जानकारी दी. इसके बाद उनसे उनकी और पारिवारिक सदस्यों की आमदनी और संपत्ति से संबंधित जानकारी मांगी गयी. मंत्री से उनके आप्त सचिव संजीव लाल के बारे में भी पूछताछ की. उनसे संजीव लाल की गतिविधियों के बारे में भी जानकारी मांगी गयी. मंत्री आलमगीर आलम ने संजीव लाल की अनैतिक गतिविधियों की जानकारी होने से इनकार किया.जानिए घटनाक्रम कब क्या हुआ
05 मई: ईडी ने आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल समेत नाै ठिकाने पर छापेमारी की. 05 मई: संजीव लाल के सहायक जहांगीर आलम और मुन्ना सिंह के ठिकाने से 35.23 करोड़ रूपया बरामद किया. 5 मई: संजीव लाल और जहांगीर आलम को ईडी ने देर रात गिरफ्तार किया. 6 मई: ईडी ने संजीव लाल और जहांगीर आलम को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया. 7 मई: संजीव लाल को अपने साथ लेकर ईडी की टीम झारखंड मंत्रालय स्थित ग्रामीण विकास विभाग पहुंची थी. 7 मई: संजीव लाल के चैंबर से दो लाख रुपया ईडी ने बरामद किया. 9 मई: संजीव लाल की पत्नी रीता लाल से ईडी ने पूछताछ की. 12 मई: ईडी ने मंत्री आलमगीर आलम को समन भेजकर पूछताछ के 14 मई को बुलाया. 14 मई: ईडी में आलमगीर से नाै घंटे तक पूछताछ की. 15 मई: छह घंटे की पूछताछ के बाद ईडी ने आलमगीर आलम को गिरफ्तार कर लिया. इसे भी पढ़ें - 19">https://lagatar.in/pm-modi-on-19th-and-amit-shah-on-two-day-visit-to-jharkhand-from-17th/">19को पीएम मोदी और 17 से अमित शाह झारखंड के दो दिनी दौरे पर [wpse_comments_template]