धोखाधड़ी के आरोप में तीन प्राथमिकी दर्ज की गयी थी
इससे पहले सीबीआई ने 2018-19 में ज्ञान प्रकाश सरावगी और उसके साथियों के खिलाफ बैंक ऑफ इंडिया से 31.24 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में तीन प्राथमिकी दर्ज की थी. बैंकों के साथ की गई पीएमएलए के तहत पूछताछ से पता चला कि आरोपी व्यक्तियों ने अन्य बैंकों के साथ 75 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी की है. ज्ञान प्रकाश सरावगी और उसके सहयोगियों ने मेसर्स सनबीम डीलर्स प्रा. लिमिटेड, मेसर्स ग्लोबल ट्रेडर्स, मेसर्स बद्री केदार उद्योग प्रा लिमिटेड, मेसर्स सरावगी बिल्डर्स एंड प्रमोटर्स, मेसर्स श्रीराम कॉमट्रेड प्राइवेट लिमिटेड और मेसर्स द्वारिकाधीश उद्योग प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर बैंक ऑफ इंडिया के साथ-साथ यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (अब पंजाब नेशनल बैंक में विलय) को धोखा दिया. इसे भी पढ़ें - दीपक">https://lagatar.in/deepak-prakash-raised-the-issue-of-16-closed-mines-of-jharkhand-in-parliament/">दीपकप्रकाश ने संसद में उठाया झारखंड के 16 बंद खदानों का मामला [wpse_comments_template]

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