Patna : नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में आज आरजेडी प्रमुख लालू यादव ईडी के समक्ष पेश होंगे. पटना में बैंक रोड स्थित ईडी के जोनल ऑफिस में ईडी के अधिकारी लालू यादव से पूछताछ करेंगे. इससे पहले ईडी ने राबड़ी देवी और तेज प्रताप से पूछताछ की थी. बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने राबड़ी यादव और तेज प्रताप यादव को समन जारी कर पूछताछ के लिए मंगलवार को बुलाया था. वहीं ईडी ने आज बुधवार को लालू यादव को समन जारी कर पूछताछ के लिए तलब किया है. गौरतलब है कि राबड़ी देवी और तेज प्रताप मंगलवार को 10 बजे ईडी ऑफिस पहुंचे थे. इस दौरान उनकी बड़ी बेटी और पाटलिपुत्र से सांसद मीसा भारती भी मौजूद थी. ईडी ने राबड़ी देवी से करीब 4 घंटे, जबकि तेज प्रताप से 4.5 घंटे तक पूछताछ की थी. अधिकारियों ने दोनों को अलग-अलग कमरे में बिठाकर कई सवाल किये. सूत्रों की मानें तो ईडी ने राबड़ी से सात सवाल पूछे. लेकिन उन्होंने ज्यादातर सवालों के जवाब साफ-साफ नहीं दिये. वहीं वे कई सवालों के जवाब टाल गयीं.
ईडी ने राबड़ी देवी से पूछे ये सात सवाल
- - दिल्ली में न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी वाला बंगला कैसे लिया?
- - पटना के सगुना मोड़ पर अपार्टमेंट की जमीन कैसे हासिल की गयी?
- - इन संपत्तियों की खरीद के लिए पैसे कहां से आये?
- - आपके नाम से जो जमीन है, वो कैसे अर्जित की?
- - जिन व्यक्तियों से नौकरी के बदले जमीन प्राप्त की, उन्हें आप कैसे जानती हैं?
- - आप उन लोगों से पहली बार कब मिलीं, जिन्हें रेलवे में नौकरी दिलवायी?
- - रेलवे में नौकरी पाने वाले लोग आपके संपर्क में कैसे आये?
राबड़ी देवी से दो साल में दूसरी बार, तेज प्रताप से पहली बार हुई पूछताछ
बता दें कि लैंड फॉर जॉब स्कैम में ईडी राबड़ी देवी से दो साल में दूसरी बार पूछताछ की है. जबकि तेजप्रताप यादव से पहली बार पूछताछ की गयी. इससे पहले 29 जनवरी को ईडी ने लालू से भी 10 घंटे तक पूछताछ की थी. वहीं 30 जनवरी 2024 में तेजस्वी यादव से भी आठ घंटे तक पूछताछ की गयी थी.
लालू यादव के रेल मंत्री रहते हुए रेलवे में ग्रुप डी पदों पर भर्ती में हुआ घोटाला
जमीन के बदले नौकरी (लैंड फॉर जॉब) घोटाला पश्चिम-मध्य रेलवे के जबलपुर जोन में 2004 से 2009 के बीच ग्रुप-डी पदों पर हुई नियुक्तियों से संबंधित है. इस मामले में आरोप है कि लालू प्रसाद यादव, जो उस समय रेल मंत्री थे, ने उम्मीदवारों से उनके परिवार या सहयोगियों के नाम पर जमीन हस्तांतरित करवाने के लिए कहा. इसके बदले में उन्हें रेलवे में नौकरियां दी गईं.
सीबीआई ने मई 2022 को कई लोगों के खिलाफ दर्ज किया था मामला
सीबीआई ने 18 मई 2022 को लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी, दो बेटियों, अज्ञात सरकारी अधिकारियों और कुछ निजी व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. इस मामले में अब तक 30 आरोपियों के खिलाफ अभियोजन की स्वीकृति मिल चुकी है.
नौकरी के बदले मिले 7 प्लॉट्स
सूत्रों के अनुसार, सीबीआई को जांच के दौरान पता चला कि रेलवे में नौकरी देने के बदले लालू यादव के परिवार को सात प्लॉट्स मिले. लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी के नाम पर तीन, लालू की बेटी मीसा भारती के नाम पर एक, लालू यादव की दूसरी बेटी हेमा यादव के नाम पर दो और राबड़ी देवी की कंपनी एके इन्फोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर एक प्लॉट मिले.
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