सरकार की गलती को हेमंत पर थोप रहे राजकुमार गुप्ताः सरयू राय
वर्ष 2012 में हुआ था घोटाले का खुलासा
इस घोटाले का मास्टरमाइंड कंपनी का प्रबंध निदेशक जयंत दयाल नंदी अब तक फरार है. वर्ष 2012 में घोटाले का खुलासा हुआ था. सात साल के बाद भी न तो रांची पुलिस और न ही सीबीआइ ही नंदी को पकड़ सकी. इसे भी पढ़ें -5">https://lagatar.in/there-was-a-promise-to-provide-5-lakh-jobs-the-government-could-not-even-give-jobs-to-2-lakh/37033/">5लाख नौकरियां देने का था वादा, 2 लाख को भी नौकरी नहीं दे पायी सरकार
रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था
घोटाले के बाद विदेश भाग चुके नंदी को पकड़ने के लिए रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया गया था. कभी उसके नेपाल तो कभी मलेशिया में होने की जानकारी मिलती रही. उसे गिरफ्तार करने में सभी एजेंसी नाकाम रहीं. नंदी के खिलाफ हजारीबाग में एक शिक्षिका के अपहरण का भी मामला दर्ज है. इस मामले में हजारीबाग पुलिस उसे मृत बताते हुए उस केस की फाइल ही बंद कर दी थी. ऐसे अधिकारी के विरुद्ध विभाग कार्रवाई कर चुकी है. इसे भी पढ़ें -असम">https://lagatar.in/assam-aiudf-chief-said-caa-completely-unconstitutional-not-applicable-anywhere-in-the-country/37031/">असम: एआईयूडीएफ प्रमुख ने कहा, CAA पूरी तरह असंवैधानिक, देश में कहीं भी लागू नहीं हो
घोटाले से संबंधित 33 कांडों को सीबीआइ ने किया था टेकओवर
घोटाले के मुख्य आरोपितों में कंपनी के प्रबंध निदेशक जयंत दयाल नंदी, उनकी पहली पत्नी अनिता नंदी, दूसरी पत्नी अनामिका नंदी, निदेशक श्याम किशोर गुप्ता, निदेशक तकनीक अरविंद सिंह, ऑपरेशनल मैनेजर आरपी वर्मा आदि शामिल हैं. इस मामले में रांची सहित विभिन्न जिलों में कुल 33 कांड दर्ज हुए थे. इन 33 कांडों को आगे चलकर वर्ष 2014 में सीबीआइ ने टेकओवर किया था. अधिकतर मामलों में सीबीआइ चार्जशीट भी दाखिल कर चुकी है. कुछ में ट्रायल भी चल रहा है. इसे भी पढ़ें -पलामू">https://lagatar.in/palamu-medininagar-main-road-turned-into-pits-inviting-accident/37017/">पलामू: गड्ढ़ों में तब्दील हुआ मेदीनीनगर मुख्य पथ, दुर्घटना को दे रहा निमंत्रण
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