यह टिप्पणी– क्या झारखंड कैडर की आइएएस पूजा सिंघल (IAS Puja Singhal) को गुनाहों का “समंदर” कहा जा सकता है? शायद हां. पूजा सिंघल के दामन में घोटाले के जितने दाग हैं, जितने विवाद जुड़े हैं, शायद ही कोई दूसरा IAS ऐसा हो. ईडी पूजा सिंघल के जिन ठिकाने पर छापेमारी कर रही है उनमें झारखंड के रांची, खूंटी, राजस्थान के जयपुर, हरियाणा के फरीदाबाद व गुरुग्राम, पश्चिम बंगाल के कोलकाता, बिहार के मुजफ्फरपुर व दिल्ली एनसीआर शामिल है. रांची में ईडी कांके रोड के चांदनी चौक स्थित पंचवटी रेजिडेंसी के ब्लाक नंबर नौ, लालपुर के हरिओम टावर स्थित नई बिल्डिंग, बरियातू के पल्स अस्पताल और पूजा सिंघल के सरकारी आवास में छापेमारी कर रही है. ( पूजा">https://lagatar.in/category/jharkhand/south-chotanagpur-division/ranchi/">पूजा
सिंघल के ठिकानों में हो रही छापेमारी से जुड़ी खबरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें ) इसे भी पढ़ें - BIG">https://lagatar.in/big-breaking-17-crore-recovered-from-ias-pooja-singhals-house-machine-called-for-counting/">BIG
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पूजा सिंघल के ससुर के मुजफ्फरपुर स्थित मकान पर भी छापेमारी
जानकारी के मुताबिक पूजा सिंघल के मुजफ्फरपुर स्थित मिठनपुरा ठिकाने पर भी ईडी की छापेमारी चल रही है. यह मकान पूजा सिंघल के ससुर कामेश्वर झा का हैं. वे भी बिहार सरकार में पदाधिकारी थे. उनके पुत्र अभिषेक झा से पूजा सिंघल ने दूसरी शादी की है. अभिषेक झा के रांची में रातू रोड स्थित एक ठिकाने पर ईडी के अधिकारी जांच कर रहे है. ईडी ने छापेमारी में उनके घर से दस्तावेज जब्त किये हैं. इसे भी पढ़ें - BIG">https://lagatar.in/big-breaking-ed-raids-at-many-places-including-the-house-of-ias-pooja-singhal-jharkhand-bihar-rajasthan-haryana/">BIGBREAKING : IAS पूजा सिंघल के घर समेत झारखंड, बिहार, राजस्थान, हरियाणा समेत कई जगह ईडी का छापा
ईडी ने मनरेगा घोटाले मामले में शपथ पत्र दायर की थी
जानकारी के मुताबिक ईडी ने मनरेगा घोटाले के एक मामले में झारखंड हाईकोर्ट के आदेश पर पूरे मामले की जानकारी से संबंधित शपथ पत्र दायर की थी. ईडी ने शपथ पत्र के माध्यम से कोर्ट को बताया था कि झारखंड के खूंटी जिले में मनरेगा में 18.06 करोड़ रुपये के घोटाले के वक्त वहां की डीसी पूजा सिंघल थी. इस मामले में वहां के जेई राम विनोद प्रसाद सिन्हा गिरफ्तार कर जेल भेजे गये थे. उसने स्वीकार किया था कि कमीशन की राशि डीसी ऑफिस तक पहुंचती थी. ईडी ने चतरा और पलामू के भी दोनों मामलों की चल रही जांच की जानकारी अपने शपथ पत्र के माध्यम से हाई कोर्ट को दी थी. इसे भी पढ़ें - गुनाहों">https://lagatar.in/sea-of-crimes-ias-pooja-singhal/">गुनाहोंका समंदर IAS पूजा सिंघल!
इन मामले की जांच है जारी
ईडी ने शपथ पत्र में बताया था कि पूजा सिंघल चतरा जिले में अगस्त 2007 से जून 2008 तक डीसी थी. आरोप है कि उन्होंने दो एनजीओ को मनरेगा के तहत छह करोड़ रुपये का अग्रिम भुगतान किया था. इन दोनों एनजीओ में वेलफेयर पाइंट और प्रेरणा निकेतन शामिल है. उक्त राशि मूसली की खेती के लिए आवंटित की गई थी,जबकि इस तरह का कोई कार्य वहां नहीं हुआ था, जिसकी जांच अभी जारी है. इसके अलावा पलामू जिला में डीसी रहते हुए पूजा सिंघल पर यह आरोप है कि उन्होंने करीब 83 एकड़ जंगल भूमि को निजी कंपनी को खनन के लिए ट्रांसफर किया था. यह कठौतिया कोल माइंस से जुड़ा मामला है. ईडी ने कोर्ट को बताया था कि इस मामले की भी जांच जारी है. इसे भी पढ़ें - इलाहाबाद">https://lagatar.in/petition-dismissed-in-allahabad-hc-said-use-of-loudspeaker-for-azaan-is-not-a-fundamental-right/">इलाहाबादHC में याचिक खारिज,कहा- अजान के लिए लाउडस्पीकर का इस्तेमाल मौलिक अधिकार नहीं