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लौह अयस्क के अवैध ट्रांसपोर्टिंग के मामले में ED ने रामगढ़ स्पंज समेत 3 कंपनियों के 4.10 करोड़ की संपत्ति किया जब्त

Ranchi: लौह अयस्क के अवैध ट्रांसपोर्टिंग के मामले में ईडी ने कार्रवाई की है. ईडी ने कार्रवाई करते हुए रामगढ़ स्पंज समेत तीन कंपनियों के 4.10 करोड़ की संपति जब्त की है. ईडी ने पश्चिम बंगाल आसनसोल और रघुनाथपुर में करवाई करते हुए मैरिज हॉल समेत 4.10 करोड़ की संपति जब्त की है. ईडी ने जिन तीन कंपनियों की संपति जब्त की है उसमें तिरुपति बालाजी, एपिकल एग्जिम और रामगढ़ स्पंज कंपनी शामिल हैं. इसे भी पढ़ें-अजब">https://lagatar.in/awesome-story-of-amazing-love-husband-gets-his-wife-married-with-lover-under-pressure/15569/">अजब

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अयस्क का अवैध ट्रांसपोर्टिंग कर 4.33 करोड़ रुपये का गलत लाभ कमाया

तीनों कंपनियों के द्वारा फर्जी तरीके से आधिकारिक पट्टेदार के चालान का इस्तेमाल किया. लौह अयस्क का अवैध ट्रांसपोर्टिंग किया गया. जिसके बाद सीबीआई के द्वारा इन तीनों कंपनियों के खिलाफ चार चार्जशीट दायर किया गया. सीबीआई द्वारा यह आरोप लगाया गया था, कि इन कंपनियों द्वारा जाली परिवहन चालान का उपयोग किया गया था. इसके परिणामस्वरूप, उन्होंने 4.33 करोड़ रुपये का गलत लाभ कमाया.

कई लोगों का बयान किया गया दर्ज

सीबीआई ने जांच के दौरान पीएमएलए की धारा 50 के तहत कई बयान दर्ज किए गए थे. जिससे यह साबित हुआ था कि राकेश कुमार सिंघानिया (प्रोपराइटर मैसर्स तिरुपति बालाजी एंटरप्राइजेज और मैसर्स एपिकल एक्जिम प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक) जिम्मेदार थे. इसी तरह महाबीर प्रसाद रूंगटा (मेसर्स रामगढ़ स्पंज प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक) भी मैसर्स रामगढ़ स्पंज प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर किए गए आपराधिक कृत्य के लिए जिम्मेदार थे. लिमिटेड तथ्यों, बैंक लेनदेन और राकेश कुमार सिंघानिया के परिवार के सदस्यों और राकेश कुमार सिंघानिया द्वारा नियंत्रित पेपर कंपनियों के डमी निदेशकों के विभिन्न बयानों को पुष्टि करने के बाद, यह पता चला कि राकेश कुमार सिंघानिया ने अपने परिवार के भीतर और कुछ डमी के माध्यम से अपराध की अपनी कार्यवाही को समाप्त कर दिया था. इसे भी पढ़ें-
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