कोर्ट पहुंचा पीएम की सुरक्षा में चूक का मामला, शुक्रवार को सुनवाई
बुधवार तक जिले में चले आंगनबाड़ी केंद्र
[caption id="attachment_216160" align="aligncenter" width="300"]alt="" width="300" height="200" /> बुधवार को आंगनबाड़ी केंद्र में खिचड़ी खाते हुए बच्चे[/caption] आंगनबाड़ी सेविका संघ के माध्यम से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार 5 जनवरी तक जिले के सभी 2330 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित रहे. शाम को निर्देश प्राप्त होने के बाद सभी केंद्रों को बंद कर दिया गया है. इन केंद्रों से लगभग एक लाख 75 हजार से अधिक हर आयु वर्ग के बच्चे तथा गर्भवती व धात्री माताएं जुड़ी हुईं हैं. केंद्र पर उनकी जरूरतों के अनुसार इलाज होता था तथा उचित परामर्श दिया जाता था. आंगनबाड़ी सेविका संघ की जिलाध्यक्ष अनिता बिरूवा ने बताया कि अब बच्चों की कुपोषण जांच, वजन, टीकाकरण सहित गर्भवती व धात्री माताओं का टीकाकरण, पोषक आहार आदि सभी कार्य घर-घर जाकर किए जाएंगे. इसके साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले तीन से छह साल तक के बच्चों को उनके भोजन का राशन उनके घरों पर जाकर दिया जाएगा. इसे भी पढ़ें: सुरक्षा">https://lagatar.in/modi-meets-kovind-over-security-lapse-president-expresses-concern/">सुरक्षा
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